Personality Development Tips: अगर आप जीवन में सफलता चाहते हैं तो सबसे जरूरी है कि आप बदलाव को अपनाने की आदत डालें. जीवन में सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी होता है बदलाव, लेकिन बहुत से लोग होते हैं जिन्हें बदलाव से डर लगता है. जीवन में किसी भी तरह के बदलाव में एडजस्ट होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ लोग एडजस्ट होने के डर से जीवन में बदलाव चाहते ही नहीं हैं. आज हम आपको बताएंगे पांच कारण जिन वजह से लोगों को बदलाव से डर लगता है.
बदलाव क्यों जरूरी?
करियर में आगे बढ़ने के लिए जरूरी होता है कि आप बदलाव को अपनाना सीखें. जब आप किसी एक जगह पर रुक जाते हैं तो आप धीरे-धीरे अपने कंफर्ट जोन में जाने लगते हैं. एक बार जब आप कंफर्ट जोन में चले जाते हैं, तो आप अपनी सफलता के लिए नए मौके तलाशना भी बंद कर देते हैं. वहीं, आप नए आइडिया और चीजों पर काम भी करना बंद कर देते हैं. इस वजह से आप सफलता की सीढ़ी पर आगे नहीं बढ़ पाते. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपको सफलता मिले तो जरूरी है कि आप जीवन में बदलाव लाते रहें और आगे बढ़ें.
इन वजहों से लगता है बदलाव से डर
फेल होने का डर: बदलाव हर किसी के लिए मुश्किल होता है, लेकिन कुछ लोग फिर भी बदलाव से डरते नहीं हैं. वो बदलाव के साथ जीना जानते हैं, लेकिन कुछ लोग बदलाव से इतना डरते हैं कि वो कभी भी खुद के जीवन में बदलाव लाना पसंद नहीं करते. बदलाव से डर का पहला कारण है फेल होने का डर. अगर आपको बदलाव से डर लगता है तो हो सकता है कि इसके पीछे ये वजह हो कि आपको फेल होने से डर लगता है. ऐसे लोगों के मन में ये डर होता है कि अगर जीवन में वो कुछ नया करते हैं और उसमें वो फेल हो गए तो वो क्या करेंगे. फेल होने का डर उनपर इस तरह हावी होता है कि वो कुछ नया करते ही नहीं हैं. अगर आपको भी फेल होने से डर लगता है तो आपको ये बात समझनी चाहिए कि जब तक आप जीवन में कुछ नया या अलग ट्राई नहीं करेंगे, आप कभी भी अपनी काबीलियत को पहचान नहीं पाएंगे. मुमकिन है कि जब आप कुछ नया करें तो शुरुआत में आपके हाथ असफलता लगे, लेकिन इस दौरान आप अपनी काबीलियत को और बेहतर तरीके से पहचान सकेंगे.
दूसरों द्वारा जज होने का डर: केवल फेल होने का डर ही नहीं, बल्कि दूसरों द्वारा जज किए जाने का डर भी आपको बदलाव से रोकता है. लोगों को डर लगता है कि अगर वो कुछ नया करेंगे तो दूसरें उन्हें जज करेंगे. इस डर की वजह से वो कंफर्ट जोन से बाहर निकलने से डरते हैं और बदलाव को अपना नहीं पाते इसलिए अगर आप सफल होना चाहते हैं तो अपने इस डर को छोड़ आपको जीवन में बदलाव लाना चाहिए.
कॉन्फिडेंस की कमी: कई लोग तो बदलाव केवल इस वजह से नहीं कर पाते क्योंकि उनके कॉन्फिडेंस में बहुत कमी होती है. किसी भी तरह के बदलाव से डील करने के लिए उनमें कॉन्फिडेंस ही नहीं होता है. कॉन्फिडेंस में कमी के कारण वो बदलाव नहीं लाते और जीवन में आगे बढ़ने के कई मौके हाथ से जाने देते हैं. कॉन्फिडेंस में कमी के चलते वो कभी ये मान नहीं पाते कि वो कोई नया काम अच्छे से कर पाएंगे.
कंट्रोल खोने का डर: कुछ लोग बदलाव से दूर रहते हैं क्योंकि उन्हें डर होता है कि अगर वो जीवन में बदलाव को अपनाएंगे तो मुमकिन है कि वो जीवन पर खुद का कंट्रोल खो दें. कुछ लोग होते हैं जो अपने रुटीन से बहुत जुड़े होते हैं. वो जीवन में हर कुछ इतना प्लान करके चलते हैं कि उन्हें लगता है कि जीवन पर उनका पूरी तरह कंट्रोल है. इसलिए जब बदलाव की बात आती है तो उन्हें लगता है कि जीवन में कुछ नया करना उनकी प्लानिंग को खराब कर सकता है और वो अपने जीवन पर कंट्रोल खो देंगे.
काम टालने की आदत: हर किसी व्यक्ति में थोड़ा-बहुत आलस जरूर होता है, लेकिन कुछ लोगों में ये आलस इस हद तक होता है कि वो बार-बार काम को टालते रहते हैं. काम को टालने की आदत की वजह से हम किसी और का नुकसान नहीं, बल्कि खुद का नुकसान करते हैं. काम को टालने की आदत की वजह से ही हम कई बार अपने हाथ से ऐसे मौके जाने देते हैं जो हमारे जीवन में बड़े बदलाव के साथ सफलता ला सकते हैं.