Pariksha Pe Charcha 2023 LIVE Updates Pariksha Pe Charcha 2023 LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 27 जनवरी 2023 को 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के जरिए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से संवाद कर रहे हैं. इस प्रोग्राम में कला उत्सव प्रतियोगिता के लगभग 80 विनर्स और देश भर के 102 छात्र और शिक्षक शामिल हैं. इसके अलावा, देशभर के छात्र, शिक्षक और अभिभावक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीएम मोदी की 'परीक्षा पे चर्चा' देख सकते हैं. पीएम मोदी, इस प्रोग्राम के जरिए छात्रों के मन से बोर्ड परीक्षा का डर निकालने और बेहतर तैयारी के गुर बता रहे हैं.
बता दें कि इस साल परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए लगभग 38.8 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जो पिछले साल पंजीकृत छात्रों की संख्या (15.73 लाख) से दोगुना है. ताजा जानकारी के लिए हमारे अपडेट्स फॉलो करते रहें.
स्टूडेंट को घर के दायरे में रखना अच्छी बात नहीं. 10वीं-12वीं के एग्जाम के बाद बच्चे को कम से कम 5 दिन के लिए घूम के आओ. बच्चे को हिम्मत के साथ बाहर भेजो. बच्चा बहुत कुछ सीख कर आएगा. बच्चे को कुछ पैसे दें और सब समझाकर बाहर भेजें. स्कूल में जो बच्चा अच्छा करता है उससे मिलने के लिए भेजना चाहिए. ये करना चाहिए, वो नहीं करना चाहिए... ये सब नहीं करना चाहिए.
पीएम ने कहा, हमारे शिक्षक बच्चों के साथ जितना अपनापन बनाएंगे, उतना बेहतर है. स्टूडेंट जब कोई सवाल पूछता है तो वह आपकी परीक्षा नहीं लेना चाहता, यह उसकी जिज्ञासा है. उसकी जिज्ञासा ही उसकी अमानत है. किसी भी जिज्ञासु बच्चे को टोकें नहीं. अगर जवाब नहीं भी आता है तो उसे प्रोत्साहित करें कि तुम्हारा प्रश्न बहुत अच्छा है. मैं अधूरा जवाब दूं तो यह अन्याय होगा. इसका जवाब मैं तुम्हें कल दूंगा और इस दौरान मैं खुद इसका जवाब ढ़ूंढूंगा. अगर शिक्षक ने कोई बात बच्चे को गलत बता दी, तो यह जीवनभर उसके मन में रजिस्टर हो जाएगा. इसलिए समय लेना गलत नहीं है, गलत बताना गलत है.

पीएम ने कहा, दुनिया की सबसे पुरातन भाषा जिस देश के पास हो, उसे गर्व होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? क्या आपको पता है कि हमारी तमिल भाषा दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है. इतनी बड़ी अमानत हमारे पास है. यह गर्व की बात है. बड़े आराम से उत्तर भारत का व्यक्ति डोसा खाता है. दक्षिण में पूड़ी सब्जी चाव से खाई जाती है. जितनी सहजता से बाकी चीजें आती है, उतनी ही सहजता से भाषा भी आनी चाहिए.
भारत विविधताओं से भरा देश है. हमारे पास सैंकड़ो भाषाएं है. ये हमारी समृद्धि है. कम्यूनिकेशन एक बहुत बड़ी शक्ति है. जैसे हम सोचते हैं प्यानो या तबला सीखूं, तो ऐसे ही अपने पड़ोस के किसी राज्य की भाषा भी सीखनी चाहिए.

पीएम मोदी ने कहा कि यदि हम अपने सामर्थ्य पर ध्यान देते हैं, ताे तनाव नहीं होता. जीवन के स्टेशन में एक ट्रेन छूट गई तो दूसरी आएगी. कोई भी एग्जाम जीवन का अंत नहीं होता. हमें तनाव से मुक्ति का संकल्प लेना होगा. परिणाम के तनाव को मन में लेने की जरूरत नहीं है.
पीएम मोदी ने बच्चों से कहा कि हमारे आरोग्य शास्त्र में फास्टिंग का मंत्र है. बदलते समय में अब हमें डिजिटल फास्टिंग की जरूरत है. अब हम देख रहे हैं कि एक ही घर में मां, बाप, बेटा सब अपने अपने मोबाइल में व्यस्त रहते हैं. पहले लोग यात्रा करते समय गप्पे मारते थे, मगर अब मोबाइल में लग जाते हैं. आपको अपने घर में भी एक एरिया तय करना चाहिए जिसे नो टेक्नोलॉजी जोन कहा जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि हमें यह खुद समझना चाहिए कि हमें गैजेट्स का गुलाम नहीं बनना है. हमें टेक्नोलॉजी या गैजेट्स से भागना नहीं है, उसे अपनी जरूरत के अनुसार इस्तेमाल करना है.
सोशल मीडिया से भटके बिना पढ़ाई करने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि आप स्मार्ट हैं या गैजेट स्मार्ट है? अगर आप खुद को गैजेट से ज्यादा स्मार्ट मानेंगे तो गैजेट का सही इस्तेमाल कर सकेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग साइकोलॉजी जानते हैं, इसलिए जानबूझकर ऐसी बात छेड़ देते हैं कि हम अपना विषय छोड़कर उसका जवाब देने में लग जाते हैं. हमें बस अपने लक्ष्य पर फोकस रखना चाहिए. आलोचना बहुत मुश्किल काम है. ऐसे में लोग शॉर्टकट अपनाते हैं और आरोप लगाते हैं. दोनो में बहुत फर्क है. हम आरोपों पर ध्यान न दें मगर आलोचना को अपने लिए जरूरी समझें.
आलोचना करने वाले आदतन ऐसा करते हैं. उन्हें एक बक्से में डाल दीजिये. घर में आलोचना नहीं होती, ये दुर्भाग्य का विषय है. घर में आलोचना के लिए आपके शिक्षकों से मिलना होता है, आपको ऑब्जर्व करना होता है. ऐसी आलोचना काम आती है.
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं सिद्धांत: मानता हूं कि समद्ध लोकतंत्र के लिए आलोचना एक शुद्यियज्ञ है.'
पीएम ने कहा, दुनिया में देखिये, जो लोग बहुत सफल हुए हैं, वे भी सामान्य ही हुआ करते थे. इस समय पूरे विश्व में देशों की आर्थिक स्थिति की चर्चा हो रही है. ऐसा नहीं है कि दुनिया में अर्थशास्त्रियों की कमी नहीं है. आज दुनिया आर्थिक मोर्चे पर भारत की तरफ देख रही है. अभी तक ऐसा ही कहा जाता था कि भारत में अर्थशास्त्रियों की कमी है, प्रधानमंत्री को भी कोई ज्ञान नहीं है. मगर अब ये सामान्य ही असामान्य हो गया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक बार एक व्यक्ति की गाड़ी खराब हो गई. वह घंटो धक्का लगाता रहा मगर गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई. उसने एक मैकेनिक को बुलाया जिसने 2 मिनट में गाड़ी ठीक कर दी और 200 रुपये का बिल बना दिया. व्यक्ति ने कहा कि 2 मिनट के काम के 200 रुपये कैसे. मैकेनिक ने कहा कि 200 रुपये 2 मिनट के नहीं, 20 साल के अनुभव के हैं.

इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, आप सभी ने प्यासे कौवे की कहानी सुनी होगी, जिसमें कौवा मटके में कंकड डालकर पानी पीता है. क्या ये उसका हार्डवर्क था या स्मार्टवर्क? कुछ लोग हार्डली स्मार्टवर्क करते हैं जबकि कुछ लोक स्मार्टली हार्डवर्क करते हैं. कौवे से हमें यही सीखना है.
पीएम ने बच्चों से कहा कि भले ही कोई नकल कर आपसे कुछ नंबर ज्यादा ले आए, मगर वह जिंदगी में आपके लिए रुकावट नहीं बन सकता. आप अपने भीतर की शक्ति पर भरोसा करें.
प्रधानमंत्री ने कहा, समय पर ऐसा आ गया है कि हर कदम पर एग्जाम देना होगा. एक दो एग्जाम में नकल कर जिंदगी नहीं बन सकती है. इसलिए ये वातावरण बनाना जरूरी है कि नकल कर आगे बढ़ भी गए लेकिन आगे चलकर जिंदगी में फंसे रहोगे.
पीएम ने कहा कि ऐसे कुछ टीचर्स होते हैं जो ट्यूशन पढ़ाते हैं. वे चाहते हैं कि उन्हे स्टूडेंट्स अच्छे नंबर लाएं इसलिए वे ही नकल को बढ़ावा देते हैं. पीएम ने कहा कि छात्र नकल के लिए जितनी क्रिएटिविटी दिखाते हैं, उतनी पढ़ाई के लिए दिखाएं तो नकल की जरूरत नहीं पड़ेगी.
पीएम ने कहा, क्या आपने आपने कभी अपनी मां के काम को ऑब्जर्व किया है? मां दिन के हर काम का टाइम मैनेजमेंट सबसे अच्छी तरह से करती है. मां के पास सबसे ज्यादा काम होता है, मगर उसका टाइम मैनेजमेंट इतना अच्छा होता है कि हर काम समय पर होता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने पसंद की चीज में ही अपना सबसे ज्यादा समय बिताते हैं. फिर जो विषय छूट जाते हैं उनका भार बढ़ता जाता है. ऐसे में सबसे कठिन विषय को सबसे पहले और उसके ठीक बाद सबसे पसंद का विषय. ऐसे ही एक के बाद एक पसंद और नापसंद के विषयों को समय दें.
पीएम मोदी ने कहा कि पैरेंट्स अपने बच्चों के बारे में बाहर जाकर बड़ी बड़ी बातें कर देते हैं, और फिर बच्चों से वैसी ही उम्मीद करते हैं. ऐसे में क्या हमें इन दवाबों से दबना चाहिए क्या? दिनभर जो कहा जाता है, उसी को सुनते रहेंगे या अपने अंदर झांकेंगे? क्रिकेट में स्टेडियम में लोग चौका, छक्का चिल्लाते रहते है, तो क्या खिलाड़ी पब्लिक की डिमांड पर चौके छक्के लगाता है? खिलाड़ी केवल गेंद पर ध्यान देता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों के सवाल लेने शुरू कर दिए हैं. मदुरै से अश्विनी ने अपना सवाल पीएम मोदी के समने रखा. पीएम बच्चों के मन से परीक्षा का डर निकालने का मंंत्र देंगे.
प्रधानमंत्री मोदी का बच्चों का संबोधन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि युवा हर दिन मेरी परीक्षा ले रहा है जिसे मैं पसंद करता हूं.
बच्चे तालकटोरा स्टेडियम में प्रधानमंत्री मोदी का उत्साह के साथ इंतजार कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी तालकटोरा स्टेडियम पहुंच चुके हैं. पीएम अभी बच्चों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी देख रहे हैं और बच्चों से बात कर रहे हैं.
जमशेदपुर, झारखंड से कक्षा 10वीं की छात्र सरोजनी सोना का कहना है कि पहले उन्हें परीक्षा से डर लगता था, मगर अब परीक्षा एक उत्सव लगने लगी है.
प्रधानमंत्री मोदी के परीक्षा पे चर्चा 2023 की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कुछ ही मिनटों में प्रधानमंत्री बच्चों से बात करेंगे.
परीक्षा पे चर्चा अब से कुछ ही देर में शुरू होने वाली है. प्रधानमंत्री मोदी 11 बजे से बच्चों और शिक्षकों को संबोधित करेंगे. यहां पीएम मोदी बच्चों को परीक्षा का डर भगाने के सूत्र बताएंगे.
Pariksha Pe Charcha 2023: पीएम से पूछे जाने के लिए 20 लाख से ज्यादा सवाल भेजे गए हैं. NCERT ने इनमें से कुछ अहम सवाल शॉर्टलिस्ट किए हैं जो परिवार के दबाव, स्ट्रेस मैनेजमेंट, स्वस्थ रहने के तौर तरीके, करियर के चुनाव आदि से जुड़े हुए हैं.
PM Modi, Pariksha Pe Charcha: 38 लाख 80 हजार बच्चों ने रजिस्ट्रेशन किया. इसमें 16 लाख बच्चे राज्यों के अलग अलग बोर्ड से हैं.
Pariksha Pe Charcha Live: इस कार्यक्रम का शिक्षा मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य द्वारा ट्विटर, फेसबुक, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीधा प्रसारण किया जाएगा. इसके अलावा शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट education.gov.in पर इन सभी लाइव ब्रॉडकास्ट के लिंक हैं.
PM Modi, Pariksha Pe Charcha: पीएम मोदी हर साल नई-नई थीम पर बच्चों से चर्चा करते हैं, उनका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और आने वाली परीक्षाओं के लिए इन्हें प्रेरित करते हैं.
Pariksha Pe Charcha 2023: इस बार परीक्षा पर चर्चा को तीन भागों में बांटा गया है- छात्र, माता-पिता और अध्यापक. सभी के लिए अलग -अलग थीम निर्धारित की गई है.
Pariksha Pe Charcha Aaj: इस बार 38 लाख 80 हजार से ज्यादा बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
Pariksha Pe Charcha With PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज परीक्षा पर चर्चा करेंगे. सुबह 11 बजे दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ये कार्यक्रम होगा.