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सामान्य ज्ञान-2024: बढ़ती महंगाई ने नहीं घटने दीं ब्याज दरें, IPO ने तोड़ा रिकॉर्ड, बिजनेस वर्ल्ड के ल‍िए कैसा रहा बीता साल

व्यवसाय जगत के लिए बीता साल 2024 काफी यादगार माना जाएगा. सेंसेक्स की उठापटक के बावजूद ये साल स्थिर अर्थ व्यवस्था के लिए जाना जाएगा. इस साल महंगाई ने जहां लोगों को परेशान किया, वहीं सोने ने अच्छे रिटर्न के तौर पर अपनी चमक बिखेरी. महंगाई बढ़ने से ब्याज दरों में कटौती नहीं हो पाई लेकिन IPO ने र‍िकॉर्ड तोड़ा. आइए जानते हैं साल का पूरा हाल.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

अगर आप किसी प्रत‍ियोगी परीक्षा में इंटरव्यू की तैयारी कर रहे हैं तो आपको इस साल बिजनेस जगत में हुए महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में भी पता होना चाहिए. हम यहां आपको इस साल के बिजनेस जगत में सोने की कीमत से लेकर जीडीपी और महंगाई की बढ़ती दर के बारे में जानकारी दे रहे हैं. 

सोने ने रिटर्न के मामले में तोड़े रिकॉर्ड 
गोल्ड की कीमतों ने इस साल रिटर्न के मामले में शेयर बाजार समेत निवेश के तमाम विकल्पों को काफी पीछे छोड़ दिया है. आंकड़ों के मुताबिक 2024 में सोने ने 31. फीसदी का रिटर्न देकर पिछले 45 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है. इससे पहले 2007 में निवेशकों को गोल्ड से 31.02 परसेंट का रिटर्न मिला था. बता दें, साल 2010 में निवेशकों को गोल्ड से 29.61 फीसदी का रिटर्न मिला था. जबकि 2020 में 25.09 फीसदी, 2002 में 24.79 फीसदी रिटर्न मिला था.

IPO ने रचा इतिहास 
 2024 भारत के IPO मार्केट के लिए ऐतिहासिक साल साबित हुआ. मजबूत आर्थिक विकास, बाजार के शानदार प्रदर्शन और बेहतर रेगुलेटरी स्ट्र्क्चर की वजह से इस साल IPO ने रिकॉर्ड रकम जुटाई. लिस्टिंग डे पर फायदे देने वाली या लॉन्ग टर्म में विकास की क्षमता रखने वाली कंपनियों में निवेश करने के लिए इंवेस्टर्स इस साल उत्सुक नजर आए. 2024 में बड़ी, मझोली और छोटी सभी मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनियों ने आईपीओ बाजार में कदम रखा.

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आंकड़ों के मुताबिक 2024 में 90 IPO ने रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए, जो 2023 के 49 हजार 436 करोड़ रुपये के मुकाबले तीन गुना ज्यादा रही. इस साल के औसत इश्यू साइज की बात करें तो ये 2023 के 867 करोड़ रुपये से बढ़कर 1700 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया. केवल दिसंबर में ही 15 से ज्यादा  IPO लॉन्च हुए. इस साल के कुछ बड़े IPO की बात करें तो इस साल का सबसे बड़ा आकर्षण रहा हुंडई मोटर इंडिया का ऐतिहासिक आईपीओ जो भारत के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ बना. इस IPO ने 27 हजार 870 करोड़ रुपये जुटाए. स्विगी ने 11 हजार 327 करोड़ रुपये, NTPC ग्रीन एनर्जी ने 10 हजार करोड़ रुपये, बजाज हाउसिंग फाइनेंस 6 हजार 560 करोड़ रुपये और ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने 6 हजार 145 करोड़ रुपये जुटाए.

Stock market: सेंसेक्स में रही तेजी तो निफ्टी ने भी लगाई छलांग
स्टॉक मार्केट में हर रोज नए लोग जुड़ रहे हैं, लेकिन रिटर्न के हिसाब देखें तो साल 2024 कुछ खास नहीं रहा, इस साल सेंसेक्स में करीब 10 फीसदी तेजी दर्ज की गई, जबकि निफ्टी ने भी करीब 10.50 फीसदी का रिटर्न दिया है. इस साल देश के सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने 5 फीसदी निगेटिव रिटर्न दिया है. इसके अलावा ITC ने भी निराश किया. अडानी ग्रुप के शेयरों में निवेशकों को झटका लगा है.

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नहीं घटी ब्याज दरें, रुपया भी नहीं हो सका मजबूत
महंगाई ने भी साल 2024 में लोगों को परेशान किया. बढ़ती महंगाई की वजह से ही ब्याज दरों में कटौती नहीं हो पाई. महंगाई को बढ़ाने में रुपया का कमजोर होना भी एक बड़ा कारण है. इस बीच साल-2028 तक देश की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने के लिए बजट में सबसे ज्यादा इंफ्रा पर फोकस किया गया. क्योंकि तमाम ग्लोबल चुनौतियां के बावजूद भारत तेजी से ग्रो करने वाला देश रहा है. जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद, किसी देश में एक निश्चित अवधि में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य को मापता है. साल 2024-25 में भारत की जीडीपी 6.4% बढ़ने का अनुमान है. साल 2024 की दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 6.70% बढ़ी थी. जीडीपी के मोर्चे पर साल 2024 में थोड़ा झटका लगा है.

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