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Ranjit Bachchan Murder Case: एक फोन कॉल और 1300 KM दूर से पकड़ा गया कातिल

क़ातिल घर में था और लखनऊ पुलिस उसे बाहर तलाश रही थी. 2 फरवरी से लेकर 6 फरवरी तक इन चार दिनों में ऐसा लगा कि विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की हत्या का मामला अनसुलझा ही रह जाएगा.

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पुलिस ने रंजीत के कातिल को मुंबई से गिरफ्तार किया है
पुलिस ने रंजीत के कातिल को मुंबई से गिरफ्तार किया है

  • मुंबई से हुई रंजीत के क़ातिल की गिरफ्तारी
  • 1300 किमी दूर पुलिस के हत्थे चढ़ा शूटर
  • 4 दिन में पुलिस ने खोज निकाला क़ातिल
  • दूसरी बीवी ने कराई रंजीत की हत्या

यूपी पुलिस ने दावा किया है कि उसने विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन के कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है. पर कातिल के तौर पर जो चेहरा सामने आया है. उससे खुद पुलिस हैरान रह गई. पुलिस के मुताबिक रंजीत बच्चन का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि उनकी दूसरी पत्नी ने ही कराया था. कत्ल के बाद कातिल रंजीत की दूसरी पत्नी को कत्ल की जानकारी फोन पर दे रहा था. बस इसी फोन कॉल ने सारा भांडा फोड़ दिया.

क़ातिल घर में था और लखनऊ पुलिस उसे बाहर तलाश रही थी. 2 फरवरी से लेकर 6 फरवरी तक इन चार दिनों में ऐसा लगा कि विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की हत्या का मामला अनसुलझा ही रह जाएगा. मगर 70 से ज़्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और रंजीत से जुड़े लोगों के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालकर पुलिस ने आखिरकार हत्यारे को खोज ही निकाला. रंजीत का हत्यारा मिला ज़रूर मगर लखनऊ से 13 सौ किमी दूर मुंबई में. ये नई सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस की तफ्शीश का हिस्सा थी जो आजतक के हाथ लगी है. इसमें सफेद कार से उतरता हुआ एक शख्स साफ नज़र आ रहा है. जिसने शॉल ओढ़ रखी है.

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विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की हत्या के मामले में जिस शूटर को पुलिस ने पकड़ा है वो उनकी हत्या करने के बाद लखनऊ से सीधे मुंबई भाग गया था. इसके बाद से ही वो मुंबई में छिपा था. पुलिस टीम गुरूवार को उसे लेकर लखनऊ पहुंची. पूछताछ शुरु हुई तो पता चला कि इस हत्याकांड में वो अकेला नहीं था बल्कि उसके अलावा दो और लोग भी इसमें शामिल थे. जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया है.

अब सवाल ये है कि आखिर इन लोगों ने हिंदू नेता रंजीत की हत्या की क्यों. आखिर इनका मक़सद क्या था. क्या रंजीत से इनकी दुश्मनी थी. या कोई और भी है जो इनसे ये सब करवा रहा था. और पुलिस इन तक पहुंची कैसे. तो इसका जवाब है सीडीआर. कॉल डिटेल रिकॉर्ड. दरअसल इस मर्डर केस में पुलिस के हाथ ज़्यादा कुछ लग नहीं पा रहा था. लिहाज़ा पुलिस ने रंजीत के घरवालों के फोन और उनके सीडीआर को खंगालना शुरु किया. तो उसमें एक नंबर का मुंबई कनेक्शन सामने आया. पुलिस ने मृतक के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के आधार पर संदिग्धों की तलाश की और आखिरकार इस मर्डर केस का खुलासा कर दिया.

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सवाल अभी ये बना हुआ था, आखिर इन लोगों ने विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन को मारा क्यों. इसका भी जवाब इसी सीडीआर में था. दरअसल रंजीत बच्चन की गोली मारकर हत्या करने के कुछ ही मिनटों बाद एक आरोपी ने हिंदू नेता रंजीत के एक बेहद करीबी रिश्तेदार को फोन कर काम तमाम करने की जानकारी दी थी और ये जानकारी किसी और को नहीं बल्कि रंजीत की दूसरी पत्नी स्मृति को दी गई थी.

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दरअसल, रंजीत और स्मृति की शादी के कुछ दिनों बाद से ही दोनों में विवाद चल रहा था. पहले तो रंजीत ने काफी दिनों तक अपनी इस शादी को ज़माने से छुपाए रखा था. और फिर वक्त ना दे पाने की वजह से दोनों में काफी अनबन रहने लगी. इस बीच स्मृति को दीपेंद्र वर्मा नाम के एक दूसरे लड़के से प्यार हो गया. जिसके बाद स्मृति ने रंजीत से तलाक लेने का फैसला किया था. मगर अदालत में उन दोनों के बीच तलाक का ये मामला काफी वक्त से सुलझ ही नहीं रहा था. स्मृति और उसका ब्वॉयफ्रेंड इस बात से परेशान चल रहे थे. लिहाज़ा अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर उसने हिंदू नेता रंजीत बच्चन की मौत की खौफनाक साजिश रच डाली.

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लखनऊ पुलिस के साथ एसटीएफ ने इस मामले में काफी तत्परता दिखाते हुए रंजीत बच्चन की दूसरी पत्नी स्मृति और उसके ब्वॉयफ्रेंड दीपेंद्र वर्मा और हत्याकांड में जिस कार का इस्तेमाल हुआ उसके कार चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि रंजीत की हत्या करने वाला दीपेंद्र का चचेरा भाई जितेंद्र अभी भी फरार है. पुलिस के मुताबिक हत्या से पहले 29 और 30 जनवरी को रंजीत की रेकी की गई. इसके बाद दो फरवरी को आरोपियों ने रंजीत की हत्या कर दी.

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