मंगलवार यानी 4 नवंबर को Groww का आईपीओ खुल गया है, फिलहाल इस IPO को लेकर सबसे ज्यादा रिटेल निवेशकों में उत्साह देखा जा रहा है. शुरुआती तीन घंटे में रिटेल का हिस्सा 100 फीसदी यानी पूरा सब्सक्राइब हो गया है.
Groww IPO का प्राइस बैंड 95-100 रुपये प्रति शेयर है और करीब 6,632 करोड़ रुपये का आईपीओ लॉन्च किया गया है, निवेशकों के लिए यह आईपीओ 7 नवंबर तक खुला रहेगा, बता दें, Groww की पैरेंट कंपनी का नाम Billionbrains Garage Ventures है. इसमें फ्रेश इशू की राशि करीब 1,060 करोड़ रुपये है और OFS (Offer-for-Sale) की राशि करीब 5,572 करोड़ रुपये है.
आईपीओ डिटेल्स:
लॉट साइज: 150 शेयर
लिस्टिंग डेट: 12 नवंबर 2025
कंपनी के मुताबिक IPO से जुटाए पैसों का उपयोग क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश, ब्रांड बिल्डिंग और सब्सिडियरी कंपनियों में पूंजी के तौर पर किया जाएगा. दरअसल, खुलने के साथ ही Groww के आईपीओ ने अच्छी गति पकड़ ली, शुरुआती तीन घंटे में ही यानी दोपहर 1 बजे तक रिटेल कैटेगरी फुल सब्सक्राइब हो गया.
दोपहर 1 बजे तक कुल अनुमानित सब्सक्रिप्शन 0.31 गुना थी. रिटेल (RII) ने लगभग 1.27 गुना सब्सक्राइब किया था. क्यूआईबी (QIB) कैटेगरी में एक भी पैसा नहीं लगाया गया है. NII कैटेगरी करीब 30 फीसदी भरा है.
Groww ने इस आईपीओ के माध्यम से खुद को सिर्फ एक स्टार्ट-अप नहीं, बल्कि भारत में रिटेल निवेशकों के लिए डिजिटल निवेश का ठिकाना के रूप में प्रजेंट किया है. रिटेल निवेशक को कम से कम एक लॉट यानी 150 शेयरों के लिए करीब 15 हजार रुपये लगाने होंगे.
Groww IPO का GMP
अगर ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) देखें तो करीब 17 फीसदी, यानी रिटेल कैटेगरी में एक लॉट पर करीब 2600 रुपये का प्रॉफिट हो सकता है, हालांकि निवेशक को हमेशा कंपनी की परफोरमेंस को देखकर आईपीओ में निवेश करना चाहिए.
Groww कंपनी के मालिक कौन हैं?
गौरतलब है कि 'Groww' के को-फाउंडर ललित केशरे हैं, इन्होंने एक सपना देखा था, जो अब साकार होने जा रहा है. साल 2016 में ललित ने अपने तीन दोस्तों हर्ष जैन, नीरज सिंह और ईशान बंसल के साथ मिलकर Groww की नींव रखी थी. उनका मकसद था कि निवेश को उतना ही आसान बनाना जितना मोबाइल से फोटो लेना.
मौजूदा समय में Groww ने 1.19 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर्स के साथ भारत का नंबर-1 ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म बनने का खिताब हासिल किया है. एक अनुमान के मुताबिक ललित केशरे की नेटवर्थ 26 हजार करोड़ रुपये है.
(नोट: शेयर बाजार और आईपीओ में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)