दिल्ली-एनसीआर में, खासकर गुरुग्राम में, प्रॉपर्टी की आसमान छूती कीमतों के कारण आम मिडिल क्लास के लिए घर खरीदना एक सपना बन गया है. ऐसे में, गुरुग्राम से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित सोनीपत एक बेहतर विकल्प हो सकता है. यह शहर धीरे-धीरे रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बन रहा है, जहां लोग अपने लिए बेहतर संभावनाएं तलाश रहे हैं.
सोनीपत आने वाले समय में टियर-2 शहरों की श्रेणी में शामिल हो सकता है. यह शहर पहले एक साधारण औद्योगिक क्षेत्र हुआ करता था, लेकिन अब लोग प्रॉपर्टी में निवेश के लिए भी आगे आ रहे हैं. कॉलियर्स इंडिया (Colliers India) की रिपोर्ट के मुताबिक, तेज़ी से हो रहे विकास की वजह से यह शहर निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकता है.
सोनीपत की बाज़ार स्थिति को मज़बूत बनाने में इसकी शानदार कनेक्टिविटी का बड़ा योगदान है. दिल्ली-सोनीपत-पानीपत RRTS के शुरू होने से दिल्ली से पानीपत का सफ़र सिर्फ़ 60 मिनट में पूरा होगा. वहीं, दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन के सोनीपत तक विस्तार की योजना है, जिससे लोगों के लिए रोज़ाना सफ़र करना आसान हो जाएगा. अर्बन एक्सटेंशन रोड (UER-II) रोहिणी, मुंडका, नजफ़गढ़, द्वारका और बवाना को सीधे सोनीपत से जोड़ती है. इस रोड की वजह से दिल्ली से आना-जाना आसान हो गया है.
लॉजिस्टिक्स हब: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की वजह से सोनीपत बड़े लॉजिस्टिक्स हब के रूप में बदल रहा है. वहीं, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) इसे नोएडा, गुरुग्राम और दिल्ली एयरपोर्ट से भी आसानी से जोड़ता है.
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इस शहर में उद्योग भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं, जिससे रोज़गार के मौके बनेंगे और घरों की मांग भी बढ़ेगी. यहां हाल ही में मारुति सुजुकी का चौथा ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (JIM) शुरू हुआ है. HSIIDC राई, कुंडली और बरही में बड़े-बड़े इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक पार्क बना रही है, जिससे कंपनियों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. अब जब लोग नौकरी के लिए यहां आएंगे, तो सोनीपत में अच्छे और प्रीमियम घरों की मांग बहुत ज़्यादा बढ़ेगी. सोनीपत आज घर खरीदने के लिए बढ़िया और सस्ता विकल्प बन रहा है.
सोनीपत में अब कई लक्जरी टाउनशिप भी बन रही हैं. गुरुग्राम और नोएडा से कई लोग बेहतर लाइफ़स्टाइल और कम रेट की वजह से यहां शिफ़्ट हो रहे हैं. पिछले कुछ वक़्त में सोनीपत घर खरीदने और निवेश करने वालों के लिए पसंदीदा शहर बन रहा है.
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अभय कुमार मिश्रा (प्रेसिडेंट और सीईओ, जिंदल रियल्टी): "हमने इस शहर को भविष्य की संभावनाओं के साथ देखा है. बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, यूईआर-II और दिल्ली मेट्रो विस्तार से ये निवेशकों को भी लुभा रहा है. सोनीपत होम बायर्स और उद्योगों के लिए बेहतर ऑप्शन बन गया है."
रोहित किशोर (सीईओ, हीरो रियल्टी): "लोगों की लगातार बढ़ती मांग की वजह से टियर 2 और टियर 3 शहर डेवलपर्स को लुभा रहे हैं. सोनीपत का रियल एस्टेट अब प्लॉट लेकर घर बनाने की तरफ़ झुक रहा है. इसकी वजह यह है कि ग्राहक अब रेडीमेड फ्लैट के बजाय ऐसी बड़ी और अपनी मर्ज़ी से डिज़ाइन की गई जगहें चाहते हैं. दिल्ली-एनसीआर से इसकी बेहतरीन कनेक्टिविटी और आगामी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स सोनीपत के बाज़ार की पकड़ को और मज़बूत कर रहे हैं."
मोहित मल्होत्रा (फाउंडर और सीईओ, नियोलिव): "दिल्ली-एनसीआर के बाद अब सोनीपत अगला रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बनने वाला है. यहां प्रॉपर्टी के दाम और तेज़ी से बढ़ेंगे. आने वाले वक़्त में यह शहर महानगरों की तरह लाइफ़स्टाइल देने वाला शहर बनकर उभरेगा."
रजत बोकोलिया (सीईओ, न्यूस्टोन): "बेहतर कनेक्टिविटी और नौकरियों के मौके आ रहे हैं, इसलिए लोगों का रुझान यहां तेज़ी से बढ़ रहा है. यहां प्लॉट और घर दोनों की मांग तेज़ हो रही है. यह कम क़ीमत में बेहतर सुविधा देने वाला शहर बन रहा है. जो लोग यहां अभी निवेश करेंगे, वे 5 साल में 2 से 3 गुना रिटर्न पा सकते हैं, जो बड़े शहरों से भी ज़्यादा है. "
एक्सपर्ट का मानना है कि 2030 तक यहां का प्रॉपर्टी मार्केट एक बड़ा पावर हाउस बनेगा. कॉलियर्स और 99एकर्स जैसी प्रमुख एजेंसियों का अनुमान है कि मेट्रो के विस्तार और नए औद्योगिक निवेशों के कारण यहां संपत्ति की कीमतें 2030 तक तीन गुना तक बढ़ सकती हैं.