scorecardresearch
 

तगड़ा नुकसान... 1 साल में 70% टूटा ये स्‍टॉक, अब माल‍िक ही बेचने लगे हिस्‍सेदारी- नाम है ओला इलेक्ट्रिक

ओला इलेक्ट्रिक्‍स के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है, जिस कारण यह शेयर 52 सप्‍ताह के निचले स्‍तर पर पहुंच गया है और अब भाविश अग्रवाल ने हिस्‍सेदारी बेची है.

Advertisement
X
ओला इलेक्ट्रिक शेयर क्रैश. (Photo: File/ITG)
ओला इलेक्ट्रिक शेयर क्रैश. (Photo: File/ITG)

ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में लगातार गिरावट जारी है, जिस कारण यह शेयर अपने 52 सप्‍ताह के निचले स्‍तर पर पहुंच चुका है. आज भी इस शेयर में 4.92 फीसदी की गिरावट आई है, जिस कारण यह शेयर अपने 31.30 रुपये पर आ गया है, जो रिकॉर्ड लो लेवल है. इस भारी गिरावट के बीच कंपनी के मालिक ही हिस्‍सेदारी बेच रहे हैं. 

Ola Electric के शेयरों में लिस्टिंग के बाद से ही भारी गिरावट आई है, जिससे निवेशकों का एक बड़ा हिस्‍सा खत्‍म हो चुा है. शेयर की कीमत अब 30 रुपये से थोड़ी ऊपर बनी है. पिछले एक साल के दौरान इस शेयर में 70 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि तत्‍कालीन गिरावट कंपनी के मालिक भाविश अग्रवाल द्वारा बेचे गए शेयर हैं. 

200 करोड़ से ज्‍यादा के शेयर बेचे
भाविश अग्रवाल द्वारा दो दिनों के भीतर खुले बाजार में ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की लगातार बिक्री की गई है, जिसकी कुल कीमत 200 करोड़ रुपये से अधिक है. यह हिस्‍सेदारी ऐसे समय में बेची गई है, जब शेयर बाजार पहले से ही कमजोर है. फाउंडर्स द्वारा शेयरों की बड़ी बिक्री निवेशकों को डरा रही है, क्योंकि इससे प्रमोटरों के आत्मविश्वास पर सवाल उठ रहा है और बाजार में शेयरों की अतिरिक्त आपूर्ति हो गई है, जिससे कीमत पर और दबाव पड़ रहा है. 

Advertisement

भाविश अग्रवाल ने क्‍यों बेचे शेयर? 
कंपनी के अपने बयान के अनुसार, अग्रवाल ने 260 करोड़ रुपये के लोन को पूरी तरह से चुकाने के लिए अपनी व्यक्तिगत हिस्सेदारी के एक छोटे से हिस्से को ओपेन मार्केट के जरिए बेचा है. बयान में स्‍पष्‍ट किया गया है कि इस बिक्री के साथ पहले गिरवी रखे गए सभी 3.93 फीसदी शेयर जारी कर दिए जाएंगे, जिससे 'एक महत्‍वपूर्ण बाधा' दूर हो जाएगी. 

इसमें आगे कहा गया है कि लेन-देन के बाद भी, प्रमोटर समूह के पास ओला इलेक्ट्रिक में लगभग 34% हिस्सेदारी रहेगी, जो नई पीढ़ी की लिस्‍टेड कंपनियों में सबसे ज्‍यादा हिस्‍सेदारी में से एक है और प्रमोटर के नियंत्रण में कोई कमी नहीं आएगी और न ही दीर्घकालिक विश्वास में कोई बदलाव आएगा.

कंपनी का आगे कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य प्रमोटरों द्वारा किए गए सभी गिरवी कर्ज को समाप्त करना है, जो अनावश्यक जोखिम और अस्थिरता पैदा कर सकते हैं और यह संस्थापक के इस विश्वास का हिस्सा है कि ओला इलेक्ट्रिक को बिना किसी गिरवी लोन के काम करना चाहिए और उन्हें पूरी तरह से लीवरेज को समाप्त कर देना चाहिए.

निवेशकों को तगड़ा नुकसान
ओला इलेक्ट्रिक का शेयर एक महीने में 26 फीसदी गिर गया है, जबकि 3 महीने में यह शेयर 50 फीसदी गिरा है. छह महीने के दौरान इसमें 32 फीसदी की गिरावट आई है और 1 साल के दौरान इसमें 70 फीसदी की गिरावट रही है. कंपनी के शेयरों का 52 सप्‍ताह का हाई लेवल 100.40 रुपये है. ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 14520 करोड़ रुपये हो चुका है. 

Advertisement

(नोट- किसी भी शेयर में निवेश या बेचने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.) 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement