अमेरिकी वीजा का Gaza कनेक्शन... राष्ट्रपति ट्रंप ने अब रख दी ये शर्त

नए नियमों के तहत आवेदकों के ट्विटर, इंस्टाग्राम, एक्स, फेसबुक सहित तमाम सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच होगी ताकि ये पता लगाया जा सके कि उनकी गतिविधियां या बयान अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा तो नहीं हैं.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 9:34 AM IST

अमेरिका की ट्रंप सरकार ने नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत कहा गया है कि अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच की जाएगी. लेकिन सवाल है क्यों?

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के रिकॉर्ड्स के मुताबिक, ट्रंप सरकार अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन करने वाले लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच करेगी, जो एक जनवरी 2007 के बाद गाजा पट्टी गए हों या वहां रहे हों. 

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यह नियम उन सभी वीजा आवेदकों पर लागू होगा, जो 2007 के बाद या तो गाजा पट्टी गए हों या फिर वहां इस अवधि के दौरान रहे हों. इनमें छात्रों से लेकर पर्यटक और डिप्लोमैट्स से सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं. नए नियमों के तहत आवेदकों के ट्विटर, इंस्टाग्राम, एक्स, फेसबुक सहित तमाम सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच होगी ताकि ये पता लगाया जा सके कि उनकी गतिविधियां या बयान अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा तो नहीं हैं.

बताया जा रहा है कि अगर सोशल मीडिया पर किसी तरह की संदिग्ध या आपत्तिजनक कंटेंट मिलता है तो आवेदकों को एक आंतरिक जांच का सामना करना पड़ेगा, जिसके बाद तय किया जाएगा कि आवेदक को वीजा देना सुरक्षित है या नहीं.

ट्रंप सरकार की यह नई पॉलिसी उनके पहले कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए सख्त वीजा स्क्रीनिंग नियमों का हिस्सा है. यह नया आदेश गाजा को ध्यान में रखकर लिया गया है क्योंकि ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इस क्षेत्र से जुड़े लोग संभावित रूप से सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकते हैं.

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गाजा पर 2007 से हमास का कब्जा

हमास ने 2007 में गाजा पट्टी पर कब्जा कर लिया था. अमेरिका हमास को आतंकी संगठन मानता है. ट्रंप प्रशासन का दावा है कि गाजा में रहने या जाने वाले लोग हमास या अन्य आतंकवादी समूहों से प्रभावित हो सकते हैं. अमेरिकी सरकार को लगता है कि सोशल मीडिया जांच से यह पता लगाया जा सकता है कि क्या कोई आवेदक आतंकी गतिविधियों में शामिल तो नहीं, हमास का सपोर्टर तो नहीं या फिर अमेरिका विरोधी विचारधारा से जुड़ा हुआ तो नहीं है.

ट्रंप का गाजा को लेकर क्या है प्लान?

गाजा को लेकर ट्रंप ने 5 प्वॉइन्ट प्लान तैयार किया हुआ है. वह पहले भी कह चुके हैं कि फिलिस्तीनियों को गाजा पट्टी खाली करनी होगी और उन्हें मिस्र, जॉर्डन और अन्य देशों में स्थाई तौर पर बस जाना चाहिए. ट्रंप ने कहा था कि अब गाजा रहने लायक नहीं रहा. मैंने सुना है कि गाजा उनके लिए बदकिस्मत है. वे वहां नरक की तरह रहते हैं. वे नरक में रह रहे हैं. गाजा के भविष्य में फिलिस्तीनी नहीं हैं. 

ट्रंप ने कहा था कि गाजा को खाली करवाने के बाद यहां पर जोर-शोर से पुनर्निर्माण का कार्य करवाया जाएगा. हम गाजा को Riviera of Middle East में तब्दील कराएंगे. 

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ट्रंप ने कहा था कि यह फैसला पूरी गंभीरता से लिया गया है. मैंने जिनसे भी इस ब्लूप्रिंट के बारे में बात की, उन्हें यह पसंद आया है. गाजा पर अमेरिकी कब्जे के बाद इस क्षेत्रा के पुनर्निर्माण और फिर यहां रोजगार के हजारों मौके उपलब्ध कराकर इसका विकास किया जाएगा. गाजा दुनियाभर के लोगों का घर बन सकता है.

ट्रंप ने कहा था कि हम गाजा को मिडिल ईस्ट का रिवेरा बनाने पर फोकस करेंगे. रिवेरा दरअसल इटली का एक शब्द है, जिसका मतलब है कोस्टलाइन यानी समुद्री तट. फ्रेंच रिवेरा और इटैलियन रिवेरा दुनियाभर में अपने पर्यटन के लिए मशहूर है. इसी तर्ज पर ट्रंप गाजा को पर्यटन हब के तौर पर विकसित करना चाहते हैं.

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