चीन की तरफ से बढ़ती सैन्य कार्रवाई की धमकियों के बीच ताइवान ने अपने पांच दिवसीय मिलिट्री ड्रिल की शुरुआत कर दी है. सोमवार को एयर-रेड एक्सरसाइज के लिए उत्तरी ताइपे की सड़कों से कारों को हटाने और लोगों को घरों के अंदर रहने का आदेश किया गया.
वार्षिक मिलिट्री ड्रिल के लिए स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:30 बजे सायरन बजा जिसके बाद लोगों को अनिवार्य रूप से सड़कों से हट जाना था. इस ड्रिल के लिए राजधानी ताइपे सहित सभी कस्बों और शहरों को 30 मिनट तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद एक हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई जिसमें लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया. लोगों को यह संदेश टेक्स्ट मैसेज के रूप में भेजा गया.
ताइवानी राष्ट्रपति ने क्या कहा?
ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने 'Wan An'(स्थायी शांति) नामक मॉक वायु अभ्यास से लगभग एक घंटे पहले फेसबुक पर देश की जनता को संबोधित पोस्ट में कहा, 'जब आपको टेक्स्ट मैसेज मिले तो कृपया 'परीक्षण' और 'ड्रिल' जैसे शब्दों को जान लें और शांत रहें.'
चीन लोकतंत्र शासित ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और पिछले तीन सालों से वो ताइवान के चारों तरफ नियमित रूप से सैन्य अभ्यास कर रहा है ताकि ताइवान के लोगों की असहमति के बावजूद भी चीन संप्रभुता के अपने दावे को स्वीकार करने के लिए उन पर दबाव डाल सके.
मॉक ड्रिल को देखते हुए ताइपे के जिमेंडिंग जिले में दुकानों के शटर बंद कर दिए गए और पुलिस ने सड़क पर चल रहे लोगों और गाड़ियों को सड़क के किनारे जाकर रुकने का निर्देश दिया.
वहीं, ताइपे आए पर्यटक, जो इस मॉक ड्रिल से लगभग अनजान थे, वो काफी हैरान दिखे. वो समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर क्या हो रहा है. दक्षिण कोरिया के एक पर्यटक ली जांग हो ने कहा, 'मैंने सायरन सुना और मैं डर गया कि न जाने क्या हुआ. हम यहां विदेशी हैं.'
चीन से तनाव के बीच हो रही मिलिट्री ड्रिल
ताइपे में अधिकारियों ने नागरिकों को निर्देश दिया था कि वो मिसाइल विस्फोट के बाद निकले तरंगों के प्रभावों से बचने के लिए बेसमेंट में पार्किंग में चले जाएं और अपनी हाथों से आंखों और कानों को ढक लें और मुहं खुला रखें.
अगले महीने ताइवान के वर्तमान उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति पद के प्रबल दावेदार विलियम लाई अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं. चीन ने इसके खिलाफ ताइवान को चेतावनी दी है. वहीं, ताइवान में शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने चीन से आग्रह किया था कि वो इस यात्रा के जवाब में कोई बड़ी कार्रवाई न करे.
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