रूस औऱ यूक्रेन बीते एक साल से अधिक समय से जंग के मोर्चे पर हैं. लेकिन कड़वाहट कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी शहर बखमुत तक पहुंचने वाले रूट पर तोपें बरसाईं. रूस ने बखमुत तक पहुंचने का रास्ता बंद कर दिए हैं.
रूस की वैगनर सेना के प्रमुख ने कहा कि ये सड़क अभी तक यूक्रेन की सेना के लिए खुली हुई थी. लेकिन अब इसे बंद कर दिया गया है. ये शहर अब खंडहर में बदल चुका है.
रॉयटर्स के मुताबिक बखमुत से पश्चिम की ओर जाने वाले रूट्स पर रूसी गोलाबारी हुई है. जो शहर के अंदर और बाहर यूक्रेनी सेना की पहुंच को रोकने के उद्देश्य से की गई है. हालांकि रूसी टैंक गोलाबारी से ख्रोमोव शहर में एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है.
जानकारी के मुताबिक यूक्रेनी सेना अभी भी शहर छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. जबकि रूसी सैनिकों का दखल यहां बढ़ता जा रहा है. इतना ही नहीं रूस की सेना यहां क्षतिग्रस्त सड़को की मरम्मत में जुटी हुई है.
रूस की समाचार एजेंसी ने एक वीडियो क्लिप जारी की है. इसमें दिखाया गया है कि वैगनर लड़ाके एक क्षतिग्रस्त इंडस्ट्री के आसपास मौजूद हैं. एक लड़ाके को यह कहते हुए सुना गया कि यूक्रेन की सेना रूसी घेराव को रोकने के लिए बखमुत के पास की बस्तियों में बुनियादी ढांचे को नष्ट कर रही है.
यूक्रेन के थल सेना के कमांडर ऑलेक्ज़ेंडर सिरस्की ने स्थानीय कमांडरों के साथ ब्रीफिंग के लिए बखमुत का दौरा किया कि फ्रंटलाइन बलों की रक्षा क्षमता को कैसे बढ़ाया जाए.
रूस का कहना है कि हमारा यह टारगेट डोनबास औद्योगिक क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा. युद्ध से पहले बखमुत नमक और जिप्सम की खानों के लिए जाना जाता था. वहीं यूक्रेन का कहना है कि शहर का सामरिक महत्व बहुत कम है, लेकिन वहां सैनिकों को हुआ नुकसान एक नई इबारत रच सकती है.
रूस की निजी सैन्य कंपनी वैगनर के येवगेनी प्रिगोझिन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की को अपने सैनिकों की जान बचाने के लिए बखमुत से पीछे हटने का आदेश देने का आह्वान किया.
बखमुत में सक्रिय एक यूक्रेनी ड्रोन यूनिट के कमांडर रॉबर्ट ब्रोवडी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि उनकी यूनिट को तुरंत वापस लेने का आदेश दिया गया था. उन्होंने कहा कि वह वहां 110 दिनों से लड़ रहे हैं.
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