रूस के खिलाफ जीत के लिए जेलेंस्की ने दुनिया से मांगे फंड, क्या है आगे की रणनीति?

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में भारी तबाही देखने को मिल गई है. अब उस तबाही से उबरने के लिए राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की दुनिया से फंड मांग रहे हैं. वे चाहते हैं कि इस लडा़ई में पूरी दुनिया उनका सहयोग दे.

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राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दुनिया से मांगी मदद राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दुनिया से मांगी मदद

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 मई 2022,
  • अपडेटेड 6:24 PM IST
  • मार्च के महीने में भी यूक्रेन द्वारा मांगी गई थी मदद
  • जेलेंस्की बोले- युद्ध खत्म करने के लिए एकजुटता जरूरी

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध दो महीने से ज्यादा लंबा हो चुका है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 9 मई को जीत का जश्न मनाने वाली तारीख भी पास आती जा रही है. इस सब के बीच यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पूरी दुनिया से उनके देश की मदद करने की अपील की है. उन्होंने हर किसी से फंड मांगा है, कहा है कि उनका छोटा सा सहयोग इस देश को दोबारा खड़े होने में मदद कर सकता है.

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राष्ट्रपति जेलेंस्की की तरफ से ग्लोबल फंड रेसिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत की गई है. एक क्लिक के जरिए कोई भी अपनी तरफ से यूक्रेन की मदद कर सकता है. जेलेंस्की की माने तो मदद करने वाले लोगों के पैसों का सही तरीके से उपयोग किया जाएगा. हर 24 घंटे में उन्हें इस बात की जानकारी मिलेगी कि उनके द्वारा दिए गए पैसों का कहा और किस तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है. 

जेलेंस्की की माने तो मदद के लिए दिए गए पैसों को अलग-अलग मंत्रालयों में बांट दिया जाएगा और फिर जरूरत अनुसान उन्हें खर्च किया जाएगा. राष्ट्रपति ने सभी से अपील की है कि एकजुट होकर ही इस युद्ध को अब रोका जा सकता है. अगर रूस की बर्बादी से उबरना है, तो सभी को मदद करनी पड़ेगी. यूक्रेन उनकी मदद को हमेशा याद रखेगा.

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वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब यूक्रेन की तरफ से इस तरीके का फंड रेसिंग प्लेटफॉर्म शुरू किया गया हो. मार्च महीने में भी यूक्रेन ने  "Aid for Ukraine" नाम की वेबसाइट शुरू की थी. तब भी लोगों से यूक्रेन की मदद करने की अपील हुई थी. उस समय मदद के लिए दिए गए पैसों को यूक्रेन सेंट्रल बैंक में ट्रांसफर किया गया था. एक बार फिर जेलेंस्की उसी तरीके से यूक्रेन के लिए फंड इकट्ठा करना चाहते हैं. उन्हें दुनिया के कई देशों से हथियार तो मिल रहे हैं, लेकिन रूस से लड़ने में उनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं है.

वहीं अब क्योंकि रूस द्वारा हमलों को और तेज कर दिया गया है और 9 मई से पहले कई और इलाकों पर कब्जे की तैयारी है, उसे देखते हुए यूक्रेन और ज्यादा मदद की उम्मीद कर रहा है. सरेंडर करने से मना कर दिया गया है और पूरी ताकत के साथ रूसी हमलों का जवाब दिया जा रहा है.

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