चीन में एससीओ समिट का आयोजन हो रहा है. दुनिया की महाशक्तियां इस वक्त तियानजिन शहर में जमा हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सोमवार को एससीओ के मंच पर एक साथ नजर आए. तीनों को अनौपचारिक रूप से बातचीत करते देखा गया. इस दौरान एक और बड़ा दिलचस्प नजारा दिखा.
चूंकि पाकिस्तान भी एससीओ का हिस्सा है इसलिए पाक पीएम शहबाज शरीफ भी इस सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे हैं. सोमवार को समिट के दूसरे दिन एक वक्त ऐसा आया जब पीएम मोदी और पुतिन एक-दूसरे से बात करते हुए हॉल से गुजर रहे थे. इस दौरान शहबाज शरीफ कोने में हाथ बांधे अलग-थलग खड़े दिखाई दिए. न ही कोई उनसे बात कर रहा था और न ही कोई तवज्जो दे रहा था. वो प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन को हरसत भरी निगाहों से बस देखते रह गए.
'SCO देशों की अर्थव्यवस्था 30 ट्रिलियन डॉलर'
शी जिनपिंग ने एससीओ समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए वैश्विक व्यवस्था में 'धौंस और दबाव' जैसी प्रवृत्तियों की आलोचना की. बता दें कि इस शिखर सम्मेलन में व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी समेत 20 से ज्यादा देशों के नेता शिरकत कर रहे हैं. शी जिनपिंग ने एससीओ की बढ़ती वैश्विक आर्थिक भूमिका पर जोर देते हुए बताया कि सदस्य देशों की सम्मिलित अर्थव्यवस्था 30 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच चुकी है और चीन का निवेश पहले ही 84 बिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है.
'सभी सदस्य देश दोस्त और साझेदार हैं'
जिनपिंग ने जल्द से जल्द एससीओ डेवलपमेंट बैंक बनाने और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक नए केंद्र की स्थापना का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सभी सदस्य देश 'दोस्त और साझेदार' हैं और सभी को आपसी मतभेदों का सम्मान करते हुए रणनीतिक संवाद बनाए रखना चाहिए. शी ने सहयोग और एकजुटता को आवश्यक बताते हुए कहा कि इससे विभिन्न संस्कृतियां समृद्धि और सामंजस्य के साथ आगे बढ़ सकती हैं.
100 प्रोजेक्ट लागू करेगा चीन
अपने भाषण में उन्होंने एससीओ की क्षेत्रीय सुरक्षा में भूमिका को रेखांकित किया और बहुपक्षवाद तथा सहयोग को मौजूदा भू-राजनीतिक तनावों के बीच महत्वपूर्ण बताया. साथ ही, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को वैश्विक शासन व्यवस्था में केंद्रीय भूमिका निभाने पर जोर दिया. चीन ने यह भी घोषणा की कि वह एससीओ सदस्य देशों में जरूरतमंद क्षेत्रों के लिए 100 छोटे-छोटे प्रोजेक्ट लागू करेगा, जिससे लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके.
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