Pawri Girl ने अब क्या किया कि भड़क गए पाकिस्तानी?

पाकिस्तान की दानानीर मोबिन का 10 सेकंड का एक वीडियो 2021 में वायरल हुआ था जिसमें उन्हें अपने दोस्तों के साथ पार्टी करते देखा जा सकता था. इस वीडियो से वह सोशल मीडिया सेंसेशन बन गई थीं. तभी से लोग उन्हें पावरी गर्ल के नाम से जानते हैं.

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Pawari Girl Dananeer Mobeen Pawari Girl Dananeer Mobeen

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 27 मई 2022,
  • अपडेटेड 11:23 AM IST
  • 2021 में पावरी गर्ल का एक वीडियो वायरल हुआ था
  • 10 सेकंड के वीडियो से रातोंरात सोशल मीडिया सेंसेशन बनीं

पिछले साल 19 साल की पाकिस्तानी लड़की की 10 सेकंड की एक वीडियो वायरल हुई थी. पावरी गर्ल (Pawari Girl) के नाम से मशहूर हुई इस लड़की ने रातोंरात शोहरत का स्वाद चख लिया था. 

सोशल मीडिया सेंसेशन बन चुकी पावरी गर्ल दानानीर मोबीन इसी हफ्ते पाकिस्तान की एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल हुईं.

दरअसल, पाकिस्तान के शहीद जुल्फिकार अली भुट्टो इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एसजेडएबीआईएसटी) के मीडिया फेस्विटल में पावरी गर्ल दानानीर को बतौर स्पीकर बुलाया गया था.

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'द इंस्टेंट रिवोल्यूशन- द राइज ऑफ डिजिटल स्टार्स' विषय पर चर्चा के लिए बने पैनल में दानानीर भी शामिल थीं. यही बात पाकिस्तानियों के गले नहीं उतरी और कई लोगों ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की.

कई लोगों ने ट्वीट कर आपत्ति जताई कि आखिर कैसे कोई इंस्टीट्यूट ऐसे शख्स को बतौर मोटिवेशनल स्पीकर इनवाइट कर सकता है, जिसे अचानक एक वीडियो से फेम मिला है.

एक यूजर ट्वीट कर कहते हैं, दानानीर को एसजेडएबीआईएसटी ने मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर इनवाइट किया है. इससे न सिर्फ हमारे समाज के गिरते मानकों बल्कि शैक्षणिक संस्थानों के पतन का भी पता चलता है.

एक अन्य शख्स ट्वीट कर कहते है, ये क्या मिसाल पेश कर रहे हैं. कई ऐसे कलाकार, लेखक, कवि या खिलाड़ी हैं, जिन्हें बुलाया जाना चाहिए था. ये लोग ब्लॉगर्स को स्पीकर के तौर पर बुला रहे हैं. ऐसा कर युवाओं को यह संदेश दिया जा रहा है कि किसी भी तरीके से फेमस और अमीर बनना इंस्पायरिंग है.

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एक यूजर चुटकी लेते हुए कहते हैं, दानानीर समाज को सिर्फ ब्यूटी स्टैंडर्ड्स को लेकर ही मोटिवेशन दे सकती है. 

एक ट्वीट में कहा गया, सच में दानानीर से किसी तरह की नफरत नहीं है लेकिन ऐसे देश में जहां हमारे कलाकार, लेखक और कवि पहचान नहीं मिलने से सुसाइड कर रहे हैं. ऐसे में हमें इस बात पर चर्चा करने की जरूरत है कि हम किसे बढ़ावा दे रहे हैं. मुझे लगता है कि नफरत फैलाने की कोई जरूरत नहीं है.

हालांकि, कुछ लोगों ने दानानीर का समर्थन भी किया है. इनमें पाकिस्तान के जाने-माने कॉमेडियन शहजाद गियास शेख भी हैं.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, हम सब पर इतनी नजर क्यों रखते हैं कि कौन खुद को आर्टिस्ट कहता है और कौन नहीं. यह सिर्फ दानानीर के बारे में नहीं है. हजारों लोग टिकटॉक वीडियो बनाते हैं और हजारों लोग ऐसा करने पर उन्हें लताड़ते हैं. हम ऐसा कर सिर्फ ट्रॉल कल्चर को बढ़ावा दे रहे हैं. उन लोगों के सपनों को कुचल रहे हैं, जो आर्टिस्ट बनना चाहते हैं.
 

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