भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंक परस्त पाकिस्तान की पोल पूरी दुनिया के सामने खुल चुकी है और साफ हो चुका है कि शहबाज शरीफ की सरकार सेना की गोद में खेल रही है. अब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी इस बात को कुबूल किया है. जेल में बंद इमरान खान ने सरकार को आईना दिखाते हुए शनिवार को कहा कि वह पाकिस्तानी सेना के साथ बातचीत करना चाहते हैं क्योंकि पीएमएल-एन की कठपुतली सरकार के साथ बातचीत करना बेकार है.
सरकार के पास कोई शक्ति नहीं
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं और उन पर कई मामले चल रहे हैं, जो अप्रैल 2022 में उनकी सरकार गिराए जाने के बाद शुरू किए गए थे. इमरान खान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'कठपुतली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार के साथ किसी भी तरह की बातचीत करना बेकार है. इस अवैध फॉर्म-47 स्थापित सरकार ने पहले ही दो महीने बर्बाद कर दिए हैं. इसका एकमात्र मकसद झूठे अधिकार को बनाए रखना है, जिसके पास असल में कोई शक्ति नहीं है.'
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इमरान खान ने कहा कि बातचीत सिर्फ उन लोगों के साथ की जाएगी जो वास्तव में सत्ता में हैं (सैन्य प्रतिष्ठान), और सिर्फ राष्ट्रीय हित में हैं. मुझे कठिनाई का डर नहीं है क्योंकि मेरे इरादे मजबूत हैं. इमरान ने दावा किया कि उनके और अन्य पीटीआई सदस्यों के खिलाफ आधारहीन राजनीतिक मामले, जबरन अपहरण और जबरन प्रेस कॉन्फ्रेंस का मकसद सदस्यों को सार्वजनिक रूप से पार्टी से अलग करना है.
झूठे मुकदमों में फंसाया गया
उन्होंने कहा कि ये सभी बातें साबित करती हैं कि पाकिस्तान में कानून का शासन पूरी तरह खत्म हो चुका है और अब यहां जंगल राज कायम है. वर्तमान में हाई सिक्योरिटी वाली अदियाला जेल में कैद इमरान खान ने कहा कि 9 मई, 2023 की घटनाओं से संबंधित आधारहीन मुकदमे एक बार फिर शुरू हो गए हैं.
पूर्व पीएम इमरान ने कहा कि 9 मई की घटना एक झूठा अभियान था, आज तक कोई सीसीटीवी फुटेज पेश नहीं किया गया है, और पिछले दो साल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इसका एकमात्र मकसद पीटीआई को कुचलना था. अगर उस दिन की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक कर दी जाए तो सच्चाई सबके सामने आ जाएगी.
जेल में परिवार से भी नहीं मिलने देते
पीटीआई सुप्रीमो ने इस बात से इनकार किया कि सेना या किसी और की तरफ से किसी ने उनसे डील करने के लिए संपर्क किया है. उन्होंने कहा कि किसी ने भी बातचीत के लिए मुझसे संपर्क नहीं किया है, इसके विपरीत दावा करने वाली खबरें पूरी तरह से झूठी हैं.
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इमरान खान ने यह भी दावा किया कि उन्हें अपने बच्चों से बात करने की इजाजत नहीं है, उनके परिवार के साथ मुलाकातों को मनमाने ढंग से कई दिनों तक टाला जाता है और यहां तक कि मेरे प्राइवेट डॉक्टर को भी मुझे देखने की इजाजत नहीं है. इसके बावजूद मैं अपने देश की खातिर मजबूत रहूंगा.
पिछले दिनों पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिफ मुनीर को फील्ड मार्शन बनाने पर भी इमरान खान ने चुटकी ली थी. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल की जगह खुद को 'किंग' की उपाधि देनी चाहिए थी, क्योंकि पाकिस्तान में इस वक्त जंगल राज कायम है और जंगल में सिर्फ एक ही किंग होता है.
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