पाकिस्तान के चुनाव में सच में हुई धांधली? अमेरिका और ब्रिटेन ने की जांच की अपील

पाकिस्तान के चुनाव में कथित धांधली को लेकर अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने जांच की अपील की है. पड़ोसी देश के चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिली है. इमरान खान समर्थित कमोबेश 100 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. नवाज शरीफ की पार्टी दूसरे नंबर पर रही और बहुमत के आंकड़े से बहुत दूर है. इस बीच पीटीआई कार्यकर्ता देशभर में 'धांधली' का विरोध कर रहे हैं.

Advertisement
इमरान खान, नवाज शरीफ इमरान खान, नवाज शरीफ

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:50 PM IST

पाकिस्तान के चुनाव में कथित धांधली पर अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने भी प्रतिक्रिया दी है. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थित नेता चुनाव में 'धांधली' के दावे कर रहे हैं. चुनाव में मुख्य मुकाबला नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन और पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों के बीच था, जहां इमरान समर्थित उम्मीदवारों ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की. दोनों ही दलों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं.

Advertisement

पाकिस्तान में 265 सीटों पर चुनाव हुए थे, जहां किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए 133 सीटों की जरूरत होती है. इनके अलावा 70 सीटें महिलाएं और अल्पसंख्यकों के लिए रिजर्व हैं. अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने कहा कि अगर स्थानीय नेता चुनाव में हस्तक्षेप और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के दावे कर रहे हैं तो चुनाव में हुई अनियमितताओं, हस्तक्षेप और धांधली की निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: पाकिस्तान चुनाव में धांधली को लेकर इमरान समर्थकों का प्रदर्शन, पुलिस ने की फायरिंग

पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने जीती सबसे ज्यादा सीटें

घोटाले के आरोपों से घिरे इमरान खान के चुनाव लड़ने पर रोक था और उनकी पार्टी पीटीआई  को भी चुनाव से पहले बैन कर दिया गया था. हालांकि, इमरान के समर्थक नेताओं ने स्वतंत्र चुनाव लड़ा और नेशनल असेंबली की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की. पाकिस्तान चुनाव आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 100 पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. वहीं नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन 75 सीटों पर सिमट गई.

Advertisement

पाकिस्तान के चुनाव पर यूएस, ईयू

यूरोपीय यूनियन ने अपने बयान में कुछ नेताओं के चुनाव लड़ने पर रोक, सदन की आजादी, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन और इंटरनेट पर पाबंदियों का जिक्र किया और कहा कि सभी को समान अवसर नहीं दिए गए. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने सदन की आजादी, हिंसा और मीडियाकर्मियों पर हमले का जिक्र किया और इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंधों को गलत बताया. चुनाव से पहले यूनाइटेड नेशनल के ह्युमन राट्स कमिशन ने नेताओं और राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ हिंसा का विरोध किया था.

ये भी पढ़ें: चुनाव नतीजों के बीच इमरान खान की पार्टी ने कहा- हमारा लक्ष्य सरकार बनाना

पाकिस्तान चुनाव में निष्पक्षता की कमी- ब्रिटेन

अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने अपने बयान कहा कि वे अगली सरकार के साथ काम करना जारी रखेंगे लेकिन किसी भी पार्टी या नेता को जीत की बधाई नहीं दी. ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने एक बयान में, "चुनावों में निष्पक्षता की कमी के बारे में गंभीर चिंताएं" व्यक्त कीं. इमरान खान को 2022 में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था, जिन्होंने अमेरिका पर ही अपनी सरकार गिराने का आरोप लगाया था. नवाज शरीफ पाकिस्तान लौटने से पहले ब्रिटेन में ही रह रहे थे. अब देखना होगा कि पाकिस्तान राजनीतिक संकट से कबतक उबर पाता है.

Advertisement

पीटीआई के नेता को लगी गोली, हुए घायल

पीटीआई समर्थित बड़ी संख्या में नेताओं ने दावा किया कि उनको जानबूझकर हराया गया है. कहीं पर्याप्त वोट मिलने के बाद भी उनकी जीत का ऐलान नहीं किया गया. चुनाव में कथित धांधली को लेकर पीटीआई कार्यकर्ता देशभर में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. शनिवार के विरोध-प्रदर्शन में पीटीआई के एक नेता को वजीरिस्तान में विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गए.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement