हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर इजरायल की एयर स्ट्राइक, आग के गोले में तब्दील हुआ ऑयल डिपो और पावर स्टेशन, 3 की मौत

इजरायल ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए यमन के हुदैदाह बंदरगाह के पास एयर स्ट्राइक की जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई है जबकि 87 लोग घायल बताए जा रहे हैं. यह हमला तेल अवीव में किए गए हूती विद्रोहियों के हमले के बाद किया गया है.

Advertisement
इजरायल ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक (फोटो एक्स- @Israel) इजरायल ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक (फोटो एक्स- @Israel)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 7:38 AM IST

इजरायली लड़ाकू विमानों ने शनिवार को यमन के हुदैदाह बंदरगाह के पास हूती विद्रोहियों के सैन्य ठिकानों पर हमला किया है जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 87 लोग घायल हुए हैं. यह हमला ईरान समर्थित समूह हूती द्वारा इजराइल के आर्थिक केंद्र तेल अवीव पर किए गए ड्रोन हमले के एक दिन बाद हुआ.

यमन के हूती गुट द्वारा संचालित मुख्य टेलीविजन समाचार आउटलेट अल-मसीरा टीवी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया कि तेल भंडारण और एक बिजली स्टेशन को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमलों में अधिकांश घायल गंभीर रूप से जल गए. हुदैदाह ने रॉयटर्स को फोन पर बताया कि भीषण बमबारी के दौरान पूरे शहर में धमाकों की आवाजें सुनी गईं और अल-मसीरा टीवी ने कहा कि नागरिक सुरक्षा बल और फायर ब्रिगेड बंदरगाह के तेल टैंकों में लगी आग को बुझाने की कोशिश करते हुए दिखे.

Advertisement

F-15 लड़ाकू विमानों से की एयर स्ट्राइक

इजरायल के सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि हूती विद्रोदियों ने ईरान से हथियारों की खेप प्राप्त करने के लिए बंदरगाह का इस्तेमाल किया था. उन्होंने कहा कि लक्ष्य, इज़राइल से 1,700 किमी (1,056 मील) से अधिक दूर हैं, जिनमें ऊर्जा अवसंरचना जैसे दोहरे उपयोग वाले स्थल शामिल हैं.

हूती विद्रोहियों का वार, हिजबुल्लाह की ललकार, ICJ से कड़ी फटकार... हमास से जंग के बीच चौतरफा घिरा इजरायल

इजरायल ने हमले से पहले सहयोगियों को सूचित किया था, जिसके बारे में सेना ने बताया कि हमला इजरायली F-15 लड़ाकू विमानों द्वारा किया गया था जो हमले को अंजाम देने के बाद सुरक्षित वापस लौट आए. वहीं हूती विद्रोहियों की सर्वोच्च राजनीतिक परिषद ने कहा कि हमलों का "प्रभावी जवाब" दिया जाएगा. हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि हूती "इज़रायली दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमला करने में संकोच नहीं करेंगे."

Advertisement

जरूरत पड़ी तो फिर करेंगे हमला- इजरायल

यमन पर हमले को लेकर इजरायली अधिकारियों ने कहा कि इजरायल पर 200 से अधिक हूती हमलों के बाद उसने यह कदम उठाया. उन्होंने आशंका जताई कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले से शुरू होने के बाद गाजा युद्ध एक क्षेत्रीय संघर्ष में बदल सकता है. इज़राइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने एक बयान में कहा, "हुदैदाह में जो आग लगी है वह पूरे मध्य पूर्व में देखी जा रही है और इसका संदेश साफ है. हूतियों ने हम पर 200 से ज़्यादा बार हमला किया. पहली बार जब उन्होंने किसी इज़रायली नागरिक को नुकसान पहुंचाया तो हमने उन पर हमला किया और हम ऐसा किसी भी जगह करेंगे जहां इसकी ज़रूरत होगी." 

तेल अवीव में किया था ड्रोन से हमला

आपको बता दें कि शुक्रवार को यमन से लॉन्च किया गया एक लंबी दूरी का ईरानी निर्मित ड्रोन तेल अवीव के केंद्र में गिरा था. इसके बाद हूतियों ने दावा किया कि इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वाशिंगटन की यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, जहां उन्हें अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करना है.

Advertisement

भारत आ रहे तेल टैंकर पर हूती विद्रोहियों ने दागी मिसाइल, बोले- जारी रहेंगे फिलिस्तीनियों के समर्थन में हमले

नेतन्याहू की अपील

 नेतन्याहू ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तेहरान और उसके समर्थकों - हूती, हमास और हिज़्बुल्लाह - पर दबाव बढ़ाने और ऐसा करके अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्गों को सुरक्षित करने में मदद करने का आह्वान किया है.

 नेतन्याहू ने कहा, "जो कोई भी स्थिर और सुरक्षित मध्य पूर्व देखना चाहता है, उसे ईरान की बुराई की जो धुरी है उसके खिलाफ़ खड़ा होना चाहिए. ईरान और उसके समर्थकों के खिलाफ़ इज़रायल के संघर्ष का समर्थन करना चाहिए." इस बीच, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने इजरायली हमलों की निंदा की और इसके खतरनाक परिणाम को लेकर भी चेतावनी दी.एक बयान में, हिज़्बुल्लाह ने भी हुदैदाह पर हमले की निंदा करते हुए इसे एक मूर्खतापूर्ण कदम बताया है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement