जब 2022 में रूसी आक्रमण के कुछ हफ्ते बाद टेटियाना कुराकोवा यूक्रेन से भागी तो उन्होंने सोचा कि गोलियों के छेद वाली इमारतों, मलबे से अटी सड़कों और हवाई हमलों से छिपने के दौरान महसूस होने वाले डर से उनका पीछा छूटा. 40 साल की मेकअप आर्टिस्ट कुराकोवा ने यूक्रेन से भागकर इजरायल में पनाह ली जहां उनके दोस्तों ने उन्हें दोबारा करियर शुरू करने में मदद की. वो इजरायल के तटीय शहर बेत याम में अपनी जिंदगी आराम से गुजार रही थीं कि तभी इजरायल-ईरान युद्ध शुरू हो गया.
रविवार की सुबह एक ईरानी मिसाइल ने उनके घर के बगल वाली इमारत को ध्वस्त कर दिया, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए. इस हमले में कुराकोवा सहित सैकड़ों लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए.
सात दिनों के संघर्ष में यह ईरान का सबसे घातक हमला था जिसकी शुरआत शुक्रवार को हुई थी. शुक्रवार तड़के इजरायल ने ईरानी परमाणु और सैन्य स्थलों के साथ-साथ शीर्ष जनरलों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए थे. ईरान ने जवाबी कार्रवाई में करीब 450 मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं.
हवाई हमले के बाद बेत याम से कुराकोवा समेत 250 लोगों को बाहर निकालकर राजधानी तेल अवीव के एक होटल में ठहराया गया. होटल के कमरे में कुराकोवा हमले को याद कर रो पड़ती हैं.
उन्होंने बताया, 'यह एक बुरे सपने जैसा लग रहा था. मैं यह नहीं बता सकती कि हमला कितना बड़ा था. मैं बहुत घबरा गई थी. मैं सड़क पर बैठ गई और अपनी दोस्त माशा के सहारे झुककर खूब रोई.'
रूसी हमले से बचकर इजरायल आए हैं 30 हजार यूक्रेनी
इजरायल के Aliyah and Integration मंत्रालय के अनुसार, कुराकोवा उन लगभग 30,000 यूक्रेनियों में से एक हैं, जिन्होंने यूक्रेन में रूस के युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल को अपना घर बना लिया है. इनमें से आधे यूक्रेनियों ने अपनी यहूदी विरासत के जरिए नागरिकता हासिल की है.
कुराकोवा को इजरायल की नागरिकता नहीं मिल पाई है. 2022 की शुरुआत में जब रूस ने हमला किया तब कुराकोवा एक महीने तक हमलों से छिपती रहीं फिर पोलैंड के रास्ते घर से निकल गईं. इजरायल में उनके कुछ दोस्त रहते थे और कुछ प्रोफेशनल कॉन्टैक्ट्स भी थे जिनकी मदद से वो इजरायल पहुंच गईं.
इजराइली मीडिया के अनुसार, बेत याम हमले में एक परिवार के पांच यूक्रेनी मारे गए हैं. ये लोग युद्ध से बचने और अपनी सात साल की ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्ची का इलाज कराने इजरायल आए थे.
बेत याम में पूर्व सोवियत संघ के लोग भी बड़ी तादाद में रहते हैं जिनमें से कई 1990 के दशक की शुरुआत में आए थे. और जब यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ तो पलायन कर यूक्रेनी इसी जगह पर बसने लगे क्योंकि यहां उन्हें सांस्कृतिक अपनापन मिला. बेत याम तेल अवीव के पास ही स्थित है लेकिन यहां रहने की लागत राजधानी तेल अवीव से कम है.
कुराकोवा के इजरायल आने के एक साल से ज्यादा समय बाद, फिलिस्तीनी संगठन हमास ने देश के दक्षिणी हिस्से पर हमला किया, जिससे गाजा पट्टी में युद्ध छिड़ गया. 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के बाद के शुरुआती दिनों में वह डरी हुई थीं. लड़ाई सिर्फ 60 किलोमीटर दक्षिण में हो रही थी. और इसके कुछ दिनों बाद उन्हें गाजा से आती धमाकों की आवाज साफ सुनाई दे रही थीं.
लेकिन वो ये नहीं जानती थीं कि एक धमाका उनके घर को तबाह कर देगा.
इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई में इजरायल में 24 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं. इजरायली अधिकारियों के अनुसार, ईरानी मिसाइलों ने अपार्टमेंट इमारतों, कार्यालयों और एक अस्पताल सहित 40 जगहों पर हमला किया है. इजरायल में बार-बार सायरन की आवाजें आ रही हैं जिससे लोग छिपने को मजबूर हो रहे हैं.
ईरान में भी इजरायल के हवाई हमले जारी
इजरायल ईरान में भारी बमबारी कर रहा है और उसने राजधानी तेहरान पर एयरस्ट्राइक जारी रखी है. तेहरान के लोग मेट्रो स्टेशनों के नीचे रात बिता रहे हैं और हजारों की संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं. वाशिंगटन स्थित ईरानी मानवाधिकार समूह के अनुसार, ईरान में 200 से ज्यादा नागरिकों सहित 600 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और 1,300 से ज्यादा घायल हुए हैं.
कुराकोवा ने कहा कि हालिया हमले उन्हें रूसी आक्रमण के शुरुआती दिनों की याद दिला रहे हैं. वो कहती हैं, 'मुझे तो अब भी वैसे सपने आते हैं जिसमें लगता है कि मैं छिपी हुई हूं और ड्रोनों से भाग रही हूं, बमों से भाग रही हूं और छिपने की जगह ढूंढ रही हूं.'
बेत याम में ईरानी हमले से घरों की खिड़कियां टूट गईं और कुराकोवा के दूसरे मंजिल के अपार्टमेंट की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं.
कुराकोवा की मां अभी भी यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में रूसी कब्जे वाले इलाके में रह रही हैं. उन्होंने अपनी बेटी से कहा है कि वो इजरायल छोड़कर कहीं और चली जाए. कुराकोवा ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि उसे क्या करना है, कहां जाना है.
कुराकोवा ने कहा, 'मैं अंदर और बाहर दोनों जगह डरी हुई महसूस कर रही हूं.' उन्होंने आगे कहा कि वो इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम पर भरोसा करती थीं लेकिन अब उनका वो भरोसा भी कमजोर हो गया है.
उन्होंने कहा, 'जिस कारण से मैंने यूक्रेन छोड़ा, वहीं चीज मुझे यहां भी परेशान कर रही है.'
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