इजरायल और गाजा के बीच सीजफायर... फिर क्यों दोनों एक-दूसरे पर बरसा रहे मिसाइलें?

इजरायल और हमास के बीच 10 अक्टूबर को सीजफायर हुआ था. इस समझौते के अनुसार हमास को शेष 20 जीवित बंधकों को रिहा करना था और आईडीएफ के गाजा में येलो लाइन पर लौटने के बाद पहले 72 घंटों के भीतर 28 मृत बंधकों के शव सौंपने थे.

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इजरायल ने गाजा में की एयरस्ट्राइक (Photo: Reuters) इजरायल ने गाजा में की एयरस्ट्राइक (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 8:30 PM IST

इजरायल और हमास के बीच 10 अक्टूबर से सीजफायर लागू है. लेकिन दोनों पक्ष एक दूसरे पर सीजफायर का उल्लंघन करने का आरोप लगा रहे हैं. इन आरोपों के बीच इजरायल ने गाजा पर ताजा हमला किया है. 

इजरायल ने रविवार को गाजा के राफाह पर हमला किया. इसके पीछे का कारण बताते हुए इजरायल ने कहा कि हमास ने सीजफायर का उल्लंघन किया है, जिसकी वजह से उन्होंने जवाबी कार्रवाई की है. 

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इजरायली सेना आईडीएफ ने रविवार सुबह गाजा पर एयरस्ट्राइक की. इजरायल का कहना है कि ये हमले हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए. इजरायली सेना का कहना है कि हमारी सेना पर आतंकियों की गोलीबारी के बाद राफाह में एयरस्ट्राइक की गई. हमास की ये गतिविधियां सीजफायर एग्रीमेंट का स्पष्ट उल्लंघन है.

एक इजरायली अधिकारी ने बताया कि हमास ने येलो लाइन के परे इजरायली सेनाओं पर कई हमले किए. इजरायल का कहना है कि इजरायली सैनिकों पर हमले किए जा रहे हैं. इसके अलावा इजरायल ने बाकी मृत बंधकों के शव न सौंपने का आरोप भी लगाया है. आईडीएफ ने गाजा के निवासियों को पीली लाइन के पश्चिम में रहने की चेतावनी दी ताकि नागरिक सुरक्षित रहें. 

वहीं, हमास का कहना है कि इजरायल ने पहले ही 47 उल्लंघन किए हैं, जिसमें 38 फिलिस्तीनियों की मौत और 143 घायल हुए हैं.  हमास ने कहा कि वे सीजफायर के प्रति प्रतिबद्ध हैं और राफाह में संपर्क में नहीं हैं. 

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बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप की मध्यस्थता से 10 अक्टूबर को इजरायल और हमास के बीच सीजफायर हआ था. दोनों के बीच दो वर्षों की जंग को लेकर यह सीजफायर काफी अहम माना जा रहा था.

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