ईरान की बड़ी पहल, भारतीय अधिकारियों को दी जब्त जहाज के 17 इंडियन क्रू मेंबर से मिलने की परमिशन

ईरान ने 13 अप्रैल की आधीरात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए थे, जिनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं. इजरायली सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया था.

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EAM S Jaishankar EAM S Jaishankar

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 10:05 AM IST

इजरायल पर ईरान के हमले के बाद से दुनियाभर में भारी अस्थिरता की स्थिति है. इस हमले ने मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा दिया है. ऐसे में ईरान के कब्जे वाले इजरायली जहाज में सवार 17 भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भारत सरकार ने चिंता जताई है. अब खबर है कि ईरान सरकार ने भारत सरकार के प्रतिनिधियों से इन भारतीयों की मुलाकात को हरी झंडी दिखा दी है.

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ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन का कहना है कि तेहरान जल्द ही भारत सरकार के अधिकारियों को MSC Aries जहाज में सवार भारतीयों से मिलने देगा. ईरान के विदेश मंत्री का कहना है कि उनकी सरकार कब्जे में लिए गए जहाज का ब्योरा जुटा रही है. 17 भारतीयों से भारत सरकार के प्रतिनिधियों के मिलने की जानकारी जल्द मुहैया कराई जाएगी. 

यह खबर ऐसे समय में आई है, जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में ईरान के अपने समकक्ष हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात की थी. इस दौरान उन्होंने 17 भारतीय नागरिकों की रिहाई का मुद्दा उठाया था. जयशंकर ने फोन पर बातचीत के दौरान ईरान-इजरायल के बीच बढ़ती दुश्मनी को लेकर तनाव से बचने, संयम बरतने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया था. 

बता दें कि हाल ही में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने होर्मुज स्ट्रेट से गुजर रहे इजरायल के एक जहाज MSC Aries को कब्जे में लिया था. यह जहाज लंदन का जोडियक मैरिटाइम है, जो इजरायल के अरबपति आइल ओफेर के जोडियक ग्रुप का है. यह जहाज संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक बंदरगाह से रवाना हुआ था. 

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MSC Aries को आखिरी बार बीते शुक्रवार को दुबई से होर्मुज स्ट्रेट की ओर जाते हुए देखा गया था. बाद में पुष्टि की गई कि ईरान ने इस जहाज को कब्जे में ले लिया है. इस जहाज में कुल 25 लोग सवार थे, जिसमें 17 भारतीय हैं.

आधीरात को इजरायल पर ईरान का अटैक

ईरान ने 13 अप्रैल की आधीरात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए थे, जिनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं. इजरायली सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया था.

इजराली सेना IDF के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने बताया था कि ईरान ने इजरायल पर सीधे हमला किया है. इजरायल ने एरो एरियल डिफेंस सिस्टम के जरिए इन अधिकतर मिसाइलों को मार गिराया था. कहा गया कि इजरायल ने ईरान के 99 फीसदी हवाई हमलों को विफल कर दिया था. इस हमले के बाद अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देश इजरायल की मदद को आगे आए थे.

इजरायल पर अंधाधुंध हमले कर ईरान ने दो टूक कहा था कि ये इजरायल के लगातार किए जा रहे उसके अपराधों की सजा है. ईरान की सेना ने बयान जारी कर इस हमले को Operation True Promise का नाम दिया था. ईरान ने कहा था कि उसने 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस' इसलिए कोडनेम दिया है ताकि वो अपने दोस्तों और दुश्मनों को बता सके कि वो जो भी कहता है उस पर अमल करता है. वो सच्चा वादा करना जानता है. जो वादा करता है उसे निभाता है.

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ईरान ने इजरायल पर क्यों किया हमला?

एक अप्रैल को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया गया था. इस हमले में ईरान के टॉप कमांडर सहित कई सैन्य अधिकारियों की मौत का दावा किया गया था. ईरान ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था.

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