'जुबान पर लगाम लगाए PAK, गलत कदम उठाया तो...', भारत ने मुनीर-शहबाज की धमकियों का दिया करारा जवाब

पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने हाल ही में भारत को कोरी धमकियां दी थीं. भारत ने अब इसका जवाब दिया है और पाकिस्तानी नेताओं से जुबान पर कंट्रोल रखने को कहा है.

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भारत ने पाकिस्तानी नेतृत्व को जमकर सुनाया है भारत ने पाकिस्तानी नेतृत्व को जमकर सुनाया है

प्रणय उपाध्याय

  • नई दिल्ली,
  • 14 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 8:14 PM IST

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत से करारी हार का सामना कर चुका पाकिस्तान भारत के खिलाफ नफरत भरी और युद्धोन्मादी टिप्पणी करने से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर हाल ही में अमेरिका पहुंचे थे जहां उन्होंने भारत को परमाणु बम की गीदड़भभकी दी थी. इसके बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि उनका देश भारत को उसके हक का एक भी बूंद पानी नहीं छीनने देगा. पाकिस्तान की इन धमकियों का भारत ने करारा जवाब दिया है. भारत का कहना है कि अपनी नाकामी को छिपाने के लिए इस तरह की बयानबाजी करना पाकिस्तान के नेतृत्व की आदत रही है.
 
पाकिस्तानी नेतृत्व की तरफ से ऐसे बयानों के संबंध में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हमने वो रिपोर्टें देखी हैं जिसमें पाकिस्तानी नेतृत्व भारत के विरुद्ध लगातार लापरवाह, युद्धोन्मादी और नफरत भरी टिप्पणियां कर रहा है. अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए बार-बार भारत-विरोधी बयानबाजी करना पाकिस्तानी नेतृत्व की जानी-मानी आदत है.'

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रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तानी नेताओं को चेताते हुए आगे कहा, 'पाकिस्तान को अपनी बयानबाजी पर संयम रखने की सलाह दी जाती है. अगर कोई भी गलत कदम उठाया तो खतरनाक नतीजे होंगे, जैसा कि हाल ही में देखने को मिला था.'

विदेश मंत्रालय ने सिंधु जल संधि के संबंध में मध्यस्थता कोर्ट (Permanent Court of Arbitration) के उस फैसले पर भी टिप्पणी की है जिसमें कहा गया है कि भारत को पाकिस्तान की तरफ जाने वाली नदियों का पानी रोकना नहीं चाहिए.

प्रवक्ता ने कहा, 'भारत ने तथाकथित मध्यस्थता न्यायालय की वैधता, औचित्य या क्षमता को कभी स्वीकार नहीं किया है. इसलिए, इसके फैसले अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं, इसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं है और भारत के जल उपयोग के अधिकारों पर इनका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. जैसा कि 27 जून 2025 की हमारी प्रेस विज्ञप्ति में दोहराया गया है, सिंधु जल संधि भारत सरकार के एक संप्रभु फैसले की वजह से स्थगित है जो पाकिस्तान के बर्बर पहलगाम हमले सहित सीमा पार आतंकवाद को लगातार स्पॉन्सर करने के जवाब में लिया गया है.'

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भारत के विदेश मंत्रालय ने यह टिप्पणियां आसिम मुनीर, शहबाज शरीफ और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के उकसावे वाले बयानों का जवाब है जिसमें वो भारत को गीदड़भभकी दे रहे थे.

अमेरिका से आसिम मुनीर ने दी भारत को गीदड़भभकी

पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आसिम मुनीर ने भारत के खिलाफ टिप्पणी फ्लोरिडा के टैम्पा में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की. मुनीर ने कहा था, 'हम एक परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं. अगर हमें लगा कि हम डूब रहे हैं तो आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेंगे.'

22 अप्रैल को पाकिस्तान स्पॉन्सर पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाब में पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता निलंबित कर दिया था. समझौते के तहत पाकिस्तान को सिंधु झेलम और चेनाब, तीनों नदियों का पानी मिलता था. लेकिन भारत ने समझौता निलंबित कर दिया और पाकिस्तान की तरफ जाने वाले पानी को रोकने के लिए नया बांध बना रहा है. इससे पाकिस्तान के नेता और सैन्य नेतृत्व बेहद परेशान है.

मुनीर ने कहा, 'हम भारत के बांध बनाने का इंतजार करेंगे और जब वो ऐसा करेगा तो हम बांध को दस मिसाइलों से नष्ट कर देंगे. सिंधु नदी किसी भारतीय परिवार की जागीर नहीं है. हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है.'

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शहबाज शरीफ ने क्या कहा था?

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि उनका देश भारत को उसके एक हक का एक बूंद पानी भी छिनने नहीं देगा. वे नदीं के प्रवाह को रोकने की कोशिश न करें.

उन्होंने कहा, 'मैं आज दुश्मन को बता देना चाहता हूं कि अगर वो पानी को रोकने की धमकी देता है तो याद रखना पाकिस्तान का एक भी बूंद पानी नहीं छीना जा सकता है. अगर ऐसा करने की कोशिश की तो याद रखना, सबक सिखाया जाएगा और कान पकड़ने के लिए मजबूर हो जाओगे.'

पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने क्या कहा?

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी हाल ही में भारत को युद्ध की धमकी दी थी. उन्होंने कहा कि अगर भारत सिंधु जल संधि को स्थगित रखता है और सिंधु नदी पर बांध बनाने की कोशिश करता है तो हालात युद्ध तक पहुंच सकते हैं.

भुट्टो ने कहा था, 'अगर युद्ध हुआ तो हम संदेश देते हैं कि हम पीछे नहीं हटेंगे, हम झुकेंगे नहीं. अगर आपने सिंधु नदी पर अतिक्रमण करने की हिम्मत की तो पाकिस्तान के हर प्रांत के लोग आपका मुकाबला करने के लिए तैयार रहेंगे. सिंधु घाटी सभ्यता सिंधु नदी से जुड़ी हुई है. इस नदी पर हमला हमारी सभ्यता, हमारे इतिहास और हमारी संस्कृति पर हमला है.' 

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