भारत ने किया आतंकी ठिकानों पर प्रहार तो पाकिस्तान ने हटा दिया X से बैन, अब फैला रहा झूठी खबरें

पाकिस्तान के कई नागरिकों ने बिना वीपीएन के X का उपयोग करने की पुष्टि की. ये वही प्लेटफॉर्म है, जिसे फरवरी 2024 में प्रतिबंधित कर दिया गया था. पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता मियां अली अशफ़ाक ने भी इसकी पुष्टि करते हुए एक पोस्ट किया है.

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पाकिस्तान ने X से बैन हटा दिया है पाकिस्तान ने X से बैन हटा दिया है

आकाश शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2025,
  • अपडेटेड 12:28 PM IST

भारत ने 6-7 मई की दरमियानी रात पाकिस्तान और पीओके में बने 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, इसके बाद पाकिस्तान ने 15 महीने पहले लगाए गए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रतिबंध को हटा दिया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये कदम भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने की रणनीति का हिस्सा है.

गुरुवार सुबह पाकिस्तान के कई नागरिकों ने बिना वीपीएन के X का उपयोग करने की पुष्टि की. ये वही प्लेटफॉर्म है, जिसे फरवरी 2024 में प्रतिबंधित कर दिया गया था. पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता मियां अली अशफ़ाक ने भी इसकी पुष्टि करते हुए एक पोस्ट किया है. 

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लंदन स्थित इंटरनेट मॉनिटरिंग संस्था 'NetBlocks' ने भी पुष्टि की कि जैसे ही भारत-पाकिस्तान संघर्ष बढ़ा, पाकिस्तान ने X पर लगे बैन को हटा दिया. पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी (PTA) ने एक संसदीय समिति को औपचारिक रूप से इस बारे में जानकारी दी.

दिलचस्प बात ये है कि वही शहबाज शरीफ सरकार जिसने कभी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों को चुप कराने के लिए X पर प्रतिबंध लगाया था, अब उसी मंच का उपयोग भारत विरोधी एकजुटता और झूठ फैलाने के लिए कर रही है. इतना ही नहीं, जो PTI समर्थक X पर लगे प्रतिबंध को  हटाने की मांग की थी, अब खुद भारत विरोधी बयानों को बढ़ावा देने में सरकार के साथ मिल गए हैं.

पूर्व मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने लिखा कि X पर प्रतिबंध हटाना सही सयम पर लिया गया सही कदम है. उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का जिक्र किया. 

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22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की ऑनलाइन प्रोपेगेंडा मशीनरी ने अपना अभियान तेज कर दिया है. X पर बड़ी संख्या में पुराने और नए सरकार समर्थित अकाउंट्स द्वारा भारत के खिलाफ भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है.
 
गलत वीडियो किया जा रहा वायरल

एक वायरल वीडियो में झूठा दावा किया गया कि भारतीय सेना ने शहीद सैनिकों के शवों को वापस लाने के लिए सफेद झंडे लहराए. लेकिन सच्चाई ये है कि यह 2019 का वीडियो है, जिसमें पाकिस्तानी सेना खुद हाजीपुर सेक्टर (PoK) में सफेद झंडा लहरा रही थी. जिसकी पुष्टि इंडिया टुडे फैक्ट चेक टीम ने की है

मिसाइल हमले की झूठी तस्वीर की गई शेयर

पाकिस्तानी अकाउंट्स ने एक गलत तस्वीर शेयर की गई, जिसमें दावा किया गया था कि भारतीय एयरबेस पर मिसाइल हमला हुआ है. हालांकि, फैक्ट-चेक से पता चला कि यह तस्वीर वास्तव में 16 अप्रैल को फिलिस्तीन पर इजरायली हवाई हमले की थी. गलत सूचनाओं में यह उछाल पाकिस्तान द्वारा X पर प्रतिबंध हटाने के बाद आया है. 

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