अरब-इस्लामिक समिट: अमेरिका में ट्रंप की शहबाज शरीफ से मुलाकात, जानिए क्या हुई बात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की है. यह मुलाकात अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन के दौरान हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने अनौपचारिक बातचीत की.

Advertisement
ट्रंप ने कई मुस्लिम देशों के नेताओं से मुलाकात की (File Photo: ITG) ट्रंप ने कई मुस्लिम देशों के नेताओं से मुलाकात की (File Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:14 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात की है. यह मुलाकात अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन के समापन के दौरान हुई. शहबाज शरीफ के दफ्तर द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, ट्रंप और शहबाज शरीफ के बीच 'अनौपचारिक बातचीत' हुई.

शहबाज शरीफ से मुलाकात के अलावा, ट्रंप ने गाजा पर मुस्लिम देशों के चुनिंदा नेताओं के एक समूह के साथ बहुपक्षीय बैठक भी की. इस बैठक में तुर्की, कतर, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और जॉर्डन के नेता शामिल थे.

Advertisement

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि ट्रंप और शहबाज शरीफ के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई. दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. एजेंसी के मुताबिक, वार्ता में गाजा में चल रहे युद्ध को खत्म करने के मकसद से संभावित कूटनीतिक, राजनीतिक और मानवीय विकल्पों पर चर्चा की गई. इसमें प्रतिभागियों ने खित्ते में तनाव कम करने, युद्धविराम व्यवस्था और दीर्घकालिक स्थिरता के उपायों पर चर्चा हुई.

मीटिंग को लेकर ट्रंप ने क्या कहा?

चर्चा की शुरुआत में ट्रंप ने कहा कि यह दिन की उनकी "सबसे महत्वपूर्ण बैठक" थी, और हमारा मकसद गाज़ा में युद्ध को जल्द खत्म करना था. उन्होंने कहा, "यह मेरी सबसे महत्वपूर्ण बैठक है. मेरी कई महत्वपूर्ण बैठकें हुई हैं. यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम एक ऐसी चीज़ को खत्म करने जा रहे हैं, जो शायद आपने कभी शुरू ही नहीं की होगी. हम गाज़ा में युद्ध खत्म करना चाहते हैं. हम इसे खत्म करेंगे."

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'नाटो और EU की मदद से रूस से पूरा इलाका वापस पा सकता है यूक्रेन', ट्रंप का बड़ा दावा

इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान, ट्रंप ने शांति स्थापित करने के "उचित प्रस्तावों" को अस्वीकार करने के लिए हमास को सीधे तौर पर दोषी ठहराया और उन देशों की आलोचना की, जिन्होंने हाल ही में एक फ़िलिस्तीनी को एक देश को तौर पर मान्यता दी है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement