ब्राजील में आयोजित ब्रिक्स समिट में शामिल नहीं होंगे जिनपिंग, क्या पीएम मोदी के लिए स्टेट डिनर है वजह?

ब्राजील की ओर से अरबों डॉलर की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का समर्थन न करने के फैसले से बीजिंग में बेचैनी है, जो राष्ट्रपति जिनपिंग का फ्लेगशिप प्रोग्राम है. भारत के बाद ब्राजील ब्रिक्स का ऐसा दूसरा देश है जिसने BRI में शामिल होने से परहेज किया है.

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रूस के कजान में मिले थे पीएम मोदी और जिनपिंग रूस के कजान में मिले थे पीएम मोदी और जिनपिंग

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 जून 2025,
  • अपडेटेड 11:58 PM IST

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अगले महीने ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से दूरी बना सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो 12 साल पहले राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से यह समिट में उनकी पहली गैरमौजूदगी होगी. हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक जिनपिंग ब्राजील में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे.

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मोदी के सम्मान से चिढ़ा चीन!

राष्ट्रपति जिनपिंग की जगह चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग 6-7 जुलाई को होने वाले शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए स्टेट डिनर का आयोजन किया जा रहा है. कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा की ओर से समिट के बाद प्रधानमंत्री मोदी के लिए आयोजित स्टेट डिनर से चीनी नेता नाराज हैं और इसी वजह से अब उन्हें ब्रिक्स समिट का शेड्यूल पसंद नहीं आ रहा है, जिसका हवाला देकर उन्होंने समिट से दूरी का प्लान बनाया है.

ये भी पढ़ें: 'हम युद्ध नहीं, डायलॉग और डिप्लोमेसी के समर्थक', ब्रिक्स से दुनिया को पीएम मोदी का मैसेज

ब्रिक्स में ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और साउथ कोरिया शामिल हैं. इस ग्रुप में पांच अतिरिक्त सदस्य मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को भी शामिल किया गया हैं. पिछले साल रूस के कज़ान में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन अहम हो गया था, क्योंकि पीएम मोदी और जिनपिंग ने वहां मुलाकात की थी, जिससे पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के चलते द्विपक्षीय संबंधों में चार साल से ठंडे पड़े रिश्तों को गर्मजोशी मिली थी.

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जिनपिंग से SCO में होगी मीटिंग?

इस बैठक के बाद दोनों पक्ष द्विपक्षीय वार्ता को पुनर्जीवित करने पर सहमत हुए थे. मोदी-जिनपिंग वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने के मकसद से पिछले कुछ महीनों में कई बैठकें की हैं. अगर जिनपिंग रियो डी जेनेरियो में होने वाले शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होते हैं, तो जिनपिंग-मोदी बैठक का अगला मौका चीन में आयोजित होने वाला SCO शिखर सम्मेलन हो सकता है, बशर्ते प्रधानमंत्री मोदी उसमें हिस्सा लें.

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का वर्तमान अध्यक्ष चीन अगले कुछ महीने में सम्मेलन आयोजित करने का प्लान बना रहा है. रियो के शिखर सम्मेलन में जिनपिंग के शामिल न होने की बात ब्राजील से आई, जहां अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि बीजिंग ने ब्राजील सरकार को सूचित किया है कि जिनपिंग का शेड्यूल कार्यक्रम से मेल नहीं हो रहा है.

चीन ने अभी नहीं बताया प्लान

बुधवार को मीडिया ब्रीफिंग के दौरान चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने जिनपिंग के फैसले के बारे में रिपोर्ट्स पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चीन की गैरमौजूदगी के बारे में सही समय पर जानकारी मुहैया कराई जाएगी. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन ब्रिक्स में ब्राजील की अध्यक्षता का समर्थन करता है.

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हालांकि यह साफ नहीं है कि चीनी राष्ट्रपति ने रियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से बाहर रहने का फैसला क्यों लिया है, लेकिन ब्राजील की ओर से अरबों डॉलर की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का समर्थन न करने के फैसले से बीजिंग में बेचैनी है, जो राष्ट्रपति जिनपिंग का फ्लेगशिप प्रोग्राम है. भारत के बाद ब्राजील ब्रिक्स का ऐसा दूसरा देश है जिसने BRI में शामिल होने से परहेज किया है.

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