बांग्लादेश एक बार फिर अराजकता का शिकार हो गया है जहां दंगाई हर तरफ तोड़-फोड़ और हमले कर रहे हैं. इंकलाब मंच के नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद गुरुवार से बांग्लादेश में शुरू हुई हिंसा की जद में बांग्लादेश का इतिहास भी आ रहा है. बांग्लादेश के संस्थापक नेता शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास धनमंडी 32 पर एक बार फिर हमला किया गया है.
इस साल की शुरुआत में भी इंकलाब मंच और अन्य कट्टर इस्लामिक संगठनों ने धानमंडी 32 को निशाना बनाया था जिससे यह इमारत खंडहर में तब्दील हो चुकी है.
पुलिस और स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक, 18-19 दिसंबर की रात दंगाइयों ने इमारत में दोबारा तोड़फोड़ की. बताया गया है कि हमलावरों ने एक्स्केवेटर जैसी भारी मशीनों का इस्तेमाल कर संग्रहालयनुमा इमारत के बचे-खुचे हिस्सों को भी गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया.
यह ताजा हमला इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद भड़की हिंसा के बीच हुआ है. हादी की मौत से राजधानी ढाका में बड़े पैमाने पर उग्र प्रदर्शन हुए, जिनमें प्रमुख अखबारों के दफ्तरों को आग लगाए जाने और कई ऐतिहासिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं शामिल हैं.
प्रशासन ने पुष्टि की है कि धनमंडी 32 में फिर से तोड़फोड़ हुई है. अधिकारियों का कहना है कि हालात पर नजर रखी जा रही है और सुरक्षा एजेंसियां राजधानी में बढ़ती हिंसा और विरासत स्थलों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं को लेकर अलर्ट पर हैं.
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