शभर के कई राज्यों में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानि SIR की प्रक्रिया चल रही है. पश्चिम बंगाल में इसे लेकर जमकर विवाद हो रहा है. बंगाल सरकार केंद्र पर गंभीर आरोप लगा रही है. इन सब के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्रदेश में चल रहे SIR की प्रक्रिया पर गंभीर चिंता जताते हुए दावा किया कि इसकी वजह से फैले डर और तनाव के कारण 39 लोगों की मौत हो चुकी है.
मृतकों में चार बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री ममता ने बताया कि हर मृतक परिवार को सरकार दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी.
मुख्यमंत्री ने बताया कि SIR शुरू होने के बाद कई जगहों पर लोग घबराहट और मानसिक तनाव में आ गए. सरकार ने इसका मूल्यांकन किया है, जिसके अनुसार - 4 नवंबर से शुरू हुए इस अभियान ने आम जनता में अनिश्चितता और डर का माहौल बना दिया है. ममता ने कहा कि 39 लोगों की मौतों में आत्महत्याएं भी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि 13 अन्य लोग, जिनमें तीन BLO भी हैं, अपनी ड्यूटी के दौरान अचानक गिर पड़े या गंभीर रूप से बीमार हो गए. इन सभी को एक-एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी.
यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल में वोटर लिस्ट से कटेंगे 21 लाख से ज्यादा नाम, 90% प्रक्रिया पूरी
सरकारी रिपोर्टों के अनुसार, BLOs पर काम का दबाव भी एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है. ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसे चार मामलों में मौत की जानकारी मिली है, जिनमें से दो परिवारों को सरकार पहले ही वित्तीय सहायता दे चुकी है.
नबन्ना में राज्य सरकार के 14 साल के विकास कार्यों की समीक्षा के बाद उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है और SIR से जुड़े हर मामले की निगरानी की जा रही है.
इनपुट: पीटीआई
aajtak.in