पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में हुई हिंसक घटनाओं के बाद राज्य के लोगों के नाम एक पत्र लिखा है. उन्होंने लोगों से शांति, एकता और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है. साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर आरोप लगाया कि वे राज्य में झूठ फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
ममता ने अपने पत्र में लिखा कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी और उसके सहयोगी अचानक बहुत आक्रामक हो गए हैं. RSS भी उनके साथियों में से एक है. मैंने पहले कभी RSS का नाम नहीं लिया, लेकिन इस बार मुझे यह कहने पर मजबूर होना पड़ रहा है कि राज्य में फैलाए जा रहे घिनौने झूठ की जड़ में वे भी है.
ममता बनर्जी ने राज्य की जनता को संबोधित करते हुए भावुक अपील की कि मैं बंगाल में पैदा हुई हूं, यहीं पली-बढ़ी हूं, बंगाल मेरी मातृभूमि है और भारत मेरा देश. मुझे अपने राज्य से, अपने गांवों, ब्लॉकों और जिलों से बेहद लगाव है. इसी लगाव से मैं आप सभी से अपील करती हूं कि कृपया शांति बनाए रखें.
ममता बनर्जी ने कहा कि ये लोग (बीजेपी-आरएसएस) 'फूट डालो और राज करो' की राजनीति कर रहे हैं और जानबूझकर लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रामनवमी के दिन को चुनकर उकसाने की कोशिश की गई, लेकिन बंगाल में त्योहार शांतिपूर्वक मनाया गया.
'हिंदू धर्म सार्वभौमिक, BJP उसका अपमान कर रही'
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने पत्र में कहा कि BJP जिस हिंदू धर्म की बात कर रही है, वह झूठ और संकीर्णता से भरा है. उन्होंने विवेकानंद, रामकृष्ण, रवींद्रनाथ टैगोर के हिंदुत्व की बात की, जो सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाता है. हमारा हिंदू धर्म वह है जो इस्लाम, ईसाई, बौद्ध, जैन, यहूदी- सभी को स्वीकार करता है, लेकिन बीजेपी जो फैला रही है, वह नफरत और झूठ है.
'दंगे फैलाने वाले न हिंदू हैं न मुस्लिम, वे केवल गुंडे हैं'
ममता बनर्जी ने कहा कि दंगे फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. दो थानों के प्रभारी हटाए गए हैं और पुलिस जांच कर रही है. उन्होंने साफ किया कि जो लोग हिंसा करते हैं, वे किसी भी धर्म का अपमान करते हैं. हम दंगों के खिलाफ हैं. बंगाल में कोई भी समुदाय असुरक्षित महसूस न करे. जो अपराधी बाहर से आते हैं और दंगे करवाकर भाग जाते हैं, उनसे हमें मिलकर लड़ना होगा.
'उत्तर प्रदेश में बुलडोजर, बंगाल में मदद का हाथ'
मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों की स्थिति से तुलना करते हुए कहा कि जहां उत्तर प्रदेश, मणिपुर, असम और त्रिपुरा में अराजकता है, वहीं बंगाल शांति, विकास और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बना हुआ है. उत्तर प्रदेश में जब अत्याचार होता है, तो मेरा सिर शर्म से झुक जाता है, लेकिन बंगाल में जब कोई पीड़ित होता है, तो हम मदद का हाथ बढ़ाते हैं. यही हमारा नजरिया है.
इंद्रजीत कुंडू