'कानून के साथ मत खेलो, धर्म का मतलब...', हिंसा के बाद CM ममता बनर्जी ने की शांति की अपील

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण अधिकार करने का अधिकार सबको है, लेकिन कानून का उल्लंघन करने का किसी को नहीं. ममता ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो - पीटीआई) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो - पीटीआई)

सूर्याग्नि रॉय / राजेश साहा

  • कोलकाता,
  • 14 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 1:35 AM IST

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष ममता बनर्जी ने पोइला बैसाखी के अवसर पर मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर कहा है कि कानून को हाथ में लेने वालों को बख्शेंगे नहीं. किसी भी लोकतांत्रिक समाज की आधारशिला लोगों की आवाज और उनके मत को सुने जाने के अधिकार पर टिकी होती है. हर शख्स को लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्वक प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन कानून का उल्लंघन करने का नहीं. 

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ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर क्या कहा?

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हर किसी को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार है. लेकिन, कानून को हाथ में लेना का किसी को इजाजत नहीं है. कानून को हाथ में मत लीजिए. अगर कोई आपको उकसाता है तो शांति बनाए रखिए. जो उकसावे में नहीं आता है वही असली विजेता होता है. धर्म सबसे नहीं होता, सबसे बड़ी इंसानियत होती है. अगर आप लोगों से प्यार करते हैं तो सबको जीत सकते हैं. लेकिन, अगर आप खुद को अलग कर लेंगे को किसी को नहीं जीत सकते. प्रदेश की सरकार सबके साथ खड़ी है, चाहे कोई भी पीड़ित हो.

स्काईवॉक का 99 फीसदी खर्च राज्य सरकार ने किया, सोने का कलश रिलायंस ने बनवाया

कालीघाट मंदिर परिसर में बने स्काईवॉक को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का 99 फीसदी खर्च प्रदेश की सरकार ने किया है. केवल मंदिर के ऊपर जो सोने का कलश बना है, वो रिलायंस द्वारा बनाया गया है. वो भी उनकी इच्छा से, मैंने बस उन्हें इसकी इजाजत दी.

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यह भी पढ़ें: मुर्शिदाबाद हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर, SIT गठन की मांग

बंगाल में हिंसा को लेकर क्या अपडेट है?

पश्चिम बंगाल के भांगर इलाके में सोमवार को हिंसा हुई. वक्फ कानून के खिलाफ कोलकाता में प्रदर्शन के लिए आ रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के समर्थकों से भरी बसों को रास्ते में ही रोक दिया गया था. जिसके बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और फिर पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई. इस झड़प में 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए. उपद्रवियों ने एक जेल वैन में तोड़फोड़ की और पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया.

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