पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी ने चुनाव आयोग में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज अग्रवाल से मुलाकात की और सीएम ममता बनर्जी पर चुनाव आयोग के अधिकारियों को धमकाने का आरोप लगाया.
बीजेपी ने चुनाव आयोग को सौंपे अपने पत्र में लिखा कि जब किसी राज्य की मुख्यमंत्री खुलेआम उन अधिकारियों को धमकाती हैं, जिन्हें चुनावी निष्पक्षता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, तो यह पूरे प्रशासनिक तंत्र में डर का माहौल पैदा करता है. ये सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी नहीं है, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने की कोशिश है.
बीजेपी की चुनाव आयोग से तीन मांगें
- ममता बनर्जी द्वारा अधिकारियों को दी गई धमकी का तत्काल संज्ञान लिया जाए.
- सीएम ममता के खिलाफ FIR दर्ज की जाए, ताकि निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने और लोक सेवकों को डराने की जांच हो सके.
- चुनावी प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारियों की सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए.
बीजेपी ने अपने पत्र में क्या-क्या कहा?
बीजेपी ने अपने पत्र में कहा कि बंगाल की जनता ने हिंसा और डर के माहौल में भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भरोसा जताया है. अब यह चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वह इस भरोसे को कायम रखे. हमें विश्वास है कि चुनाव आयोग निर्णायक कदम उठाकर बंगाल में चुनावों की पवित्रता की रक्षा करेगा.
बंगाल में SIR प्रक्रिया की तैयारी
बता दें कि शुभेंदु अधिकारी ने बीजेपी के 10 विधायकों के साथ राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की. ये विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब चुनाव आयोग की टीम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया की तैयारी कर रही है.
सीएम ममता की चेतावनी
वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक दिन पहले ही SIR प्रक्रिया को लेकर केंद्र और चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया था. उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर SIR जबरन लागू किया गया, तो इससे राज्य में अशांति और दंगे जैसी स्थिति पैदा हो सकती है.
अनुपम मिश्रा