पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति घोटाला एक बार फिर सुर्खियों में हैं. विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस पर तीखा वार किया और आरोप लगाया कि पार्टी के विधायक जीवन कृष्ण साहा जेल के भीतर से ही जबरन वसूली और भ्रष्टाचार का नेटवर्क चला रहे हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर की गई पोस्ट में अधिकारी ने साहा को “scamster” और “Jailbird” बताते हुए दावा किया कि वे जेल में बैठकर “ब्राइब की डील, फर्जी भर्ती और तेज़ी से अपात्र शिक्षकों की नियुक्ति” जारी रखे हुए हैं. अधिकारी के अनुसार, यह उन युवाओं के साथ धोखा है जो अपने भविष्य के लिए मेहनत कर रहे हैं.
अधिकारी ने लिखा कि साहा जेल के अंदर से "डील कर रहे हैं, रिश्वत ले रहे हैं, और फर्जी शिक्षक भर्तियों को फास्ट-ट्रैक कर रहे हैं." उन्होंने इस कृत्य को उन ईमानदार नागरिकों के साथ धोखा बताया जो "अपने बच्चों के भविष्य के लिए पसीना और खून बहा रहे हैं."
“जेल बन गए TMC के ऑफिस”
अधिकारी ने सवाल उठाया कि क्या यही TMC का “ईमानदारी का मॉडल” है? उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की जेलें TMC नेताओं के लिए “ऑपरेशन रूम” बन चुकी हैं, जहां से वे घोटाले चलाते हैं.
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भाजपा नेता ने यह भी याद दिलाया कि साहा को CBI द्वारा शिक्षक भर्ती घोटाले में पहले भी दो बार गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक ने दो अलग-अलग मौकों पर कैमरे पर अपना मोबाइल फोन फेंककर सबूत नष्ट करने की कोशिश की थी.
अधिकारी के अनुसार, साहा, अब "अपनी पार्टी के भ्रष्ट सिंडिकेट द्वारा सुरक्षित," नौकरी चाहने वाले परिवारों का शोषण फिर से शुरू कर चुके हैं.
सुवेंदु ने की तत्काल जांच की मांग
सुवेंदु अधिकारी ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) से इस आरोपों से जुड़े वॉयस सैंपल की तत्काल जांच करने का आग्रह किया और यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो शिक्षक भर्ती घोटाले के सभी मामलों को पश्चिम बंगाल से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की.
उन्होंने जेल अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की, जिन पर उन्होंने अवैध गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने का आरोप लगाते हुए उनके आचरण को "कम से कम आपराधिक लापरवाही, या बदतर स्थिति में मिलीभगत" बताया.
अनुपम मिश्रा