मथुरा, संभल और अयोध्या... बाबरी मस्जिद की बरसी पर यूपी में हाई अलर्ट, RRF और PAC तैनात, ड्रोन से रखी जा रही नजर

यूपी के संवेदनशील जिलों में 6 दिसंबर बाबरी मस्जिद की बरसी को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. मथुरा, संभल और अयोध्या जैसे क्षेत्रों में पुलिस, PAC और रैपिड रिएक्शन फोर्स (RRF) की तैनाती है. ड्रोन, CCTV और कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से निगरानी की जा रही है.

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मथुरा में सख्त सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैनात किया गया अतिरिक्त फोर्स. (Photo: Screengrab) मथुरा में सख्त सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैनात किया गया अतिरिक्त फोर्स. (Photo: Screengrab)

मदन गोपाल शर्मा / अभिनव माथुर / मयंक शुक्ला

  • मथुरा/संभल/अयोध्या,
  • 06 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:46 PM IST

उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों में 6 दिसंबर को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं. बाबरी मस्जिद की बरसी को देखते हुए प्रशासन, पुलिस और खुफिया तंत्र ने मथुरा, संभल और अयोध्या जैसे जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी है. सुरक्षा के इंतजाम कड़े दिखाई हैं. ड्रोन से निगरानी, फ्लैग मार्च, PAC-RRF की कंपनियां, शहर का CCTV नेटवर्क एक्टिवेशन, कमांड कंट्रोल रूम की मिनट-टू-मिनट मॉनिटरिंग की जा रही है.

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धार्मिक महत्व वाले मथुरा शहर में जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है. श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर, शाही ईदगाह मस्जिद, भीड़भाड़ वाले बाजारों और मिश्रित आबादी वाले इलाकों में सुरक्षा कई स्तरों पर बढ़ाई गई है. शहर के प्रमुख चौराहों, गलियों, धार्मिक स्थलों और बाजारों में ड्रोन कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है. पुलिस की फुट पेट्रोलिंग का दायरा बढ़ाया गया है. संवेदनशील इलाकों में पर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. एसएसपी, एडीएम से लेकर डीएम तक, सभी वरिष्ठ अधिकारी हालात का लगातार जायजा ले रहे हैं. कई इलाकों में उन्होंने खुद गश्त की अगुवाई की है.

सोशल मीडिया की सख्त मॉनिटरिंग

प्रशासन ने साफ कहा है कि किसी भी तरह की भ्रामक सूचना, भड़काऊ पोस्ट या अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी. IT सेल 24 घंटे एक्टिव है. संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है. हमारा मकसद शहर में शांति और सौहार्द बनाए रखना है.

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संभल: मस्जिद के मुख्य द्वार पर RRF तैनात, 200+ CCTV कैमरों से निगरानी

संभल में 6 दिसंबर को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है. यह जिला पहले से ही अति संवेदनशील की श्रेणी में है. यहां विवादित स्थलों और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों की संख्या अधिक है. जामा मस्जिद के मुख्य द्वार पर रैपिड रिएक्शन फोर्स (RRF) के जवान तैनात किए गए हैं. संवेदनशील इलाकों में तीन कंपनियां PAC तैनात हैं. वहीं मस्जिद की ओर जाने वाले मार्गों पर बैरिकेडिंग की गई है और वहां PAC के जवान तैनात हैं.

इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से शहर पर 360 डिग्री निगरानी हो रही है. जामा मस्जिद के सामने स्थित सत्यव्रत पुलिस चौकी को अस्थायी रूप से एक हाई-टेक कंट्रोल रूम में बदला गया है. यहां 200 से ज्यादा CCTV कैमरे, PTZ कैमरे हैं, इनसे मुख्य बाजारों और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों पर नजर है. विशेष रूप से PTZ कैमरों की मदद से शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों की नंबर प्लेट ट्रैकिंग की जा रही है.

यह भी पढ़ें: बाबरी विध्वंस से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण तक... 33 साल की पूरी कहानी, 6 दिसंबर 1992 का दिन जिसने बदला देश का माहौल

सदर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक और अन्य पुलिस अधिकारी संवेदनशील पॉकेट्स में जाकर PAC के जवानों को ब्रीफ कर रहे हैं. उन्हें विशेष रूप से निर्देश दिया गया है कि संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों और भीड़ पर पैनी नजर रखें.

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SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि 6 दिसंबर के लिए पुलिस फोर्स अलर्ट है. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की भड़काऊ पोस्ट के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. DM राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि अमन कमेटी की बैठक पहले ही की जा चुकी है और शहर में मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. 

अयोध्या: 6 दिसंबर से पहले सुरक्षा में कोई ढील नहीं

अयोध्या में जन्मभूमि परिसर से लेकर सरयू तट तक सतर्कता बरती जा रही है. अयोध्या में हमेशा से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता रही. राम जन्मभूमि परिसर, हनुमानगढ़ी, नया घाट, सरयू घाट और आसपास के क्षेत्रों में 6 दिसंबर को लेकर प्रशासन विशेष सतर्कता बरतता है. जन्मभूमि क्षेत्र में फुलप्रूफ सुरक्षा है. अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती है. सभी प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर और फ्रिस्किंग बढ़ाई गई है. आसपास के इलाकों में कमांडो यूनिट पेट्रोलिंग कर रही है. ड्रोन से निगरानी की जा रही है.

मथुरा, संभल और अयोध्या तीनों शहरों में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. किसी भी तरह की स्थिति के लिए मजिस्ट्रेट स्तर तक टीमें तैनात हैं. अतिरिक्त पुलिस बल, PAC और RRF की मौजूदगी है. ड्रोन, CCTV कैमरों के माध्यम से हाई-टेक निगरानी की जा रही है. सोशल मीडिया पर 24 घंटे की मॉनिटरिंग हो रही है. अफवाह फैलाने वालों पर सख्त चेतावनी दी गई है. 6 दिसंबर को लेकर यूपी में सुरक्षा की कई लेयरें एक्टिव हैं. प्रशासन ने किसी भी स्थिति को लेकर जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाई है.

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