उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में इंडो-नेपाल बॉर्डर के करीब सरकारी जमीन पर बने 57 वर्ष पुराने मदरसे पर बुलडोजर एक्शन हुआ है. फरेंदा तहसील प्रशासन ने एक साथ 4 बुलडोजर लगाकर खाद गड्ढे पर बने अवैध मदरसे को मिनटों में जमींदोज कर दिया है.
दरअसल, महराजगंज की फरेंदा तहसील क्षेत्र के धरैची गांव में खाद गड्ढे के नाम से दर्ज 61 एयर सरकारी भूमि के कुछ हिस्से में मदरसे के नाम पर पक्का निर्माण व कुछ खाली पड़े हिस्से में फील्ड बनाकर मदरसा के नाम पर अवैध अतिक्रमण किया गया था. इसकी शिकायत जब प्रशासन से हुई तो प्रशासन ने राजस्व टीम से पैमाइश करवाया. जिसके बाद लेखपाल ने अपना रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपी.
जांच में सरकारी खाद गड्ढे की भूमि पर मदरसा बना होना पाया गया. जिसपर जिला प्रशासन की टीम ने एक साथ 4 बुलडोजर लगवाकर मदरसे को तोड़ दिया. इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा. कहीं से कोई विवाद की सूचना नहीं आई.
गौरतलब हो कि जिले में सरकारी भूमि पर बने मस्जिद, मदरसा, मजार, ईदगाहों की पैमाइश कराकर जिला प्रशासन अवैध स्थानों पर बने धार्मिक संस्थानों पर बुलडोजर की कार्रवाई लगातार कर रही है. सूत्रों की माने तो महराजगंज जिले में अब तक 29 मदरसे 5 मजार और ईदगाहों को सरकारी भूमि या मानकों को पूर्ण न करने के आरोप में जमींदोज कर दिया गया है.
मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नेपाल के समीपवर्ती जनपदों में अवैध कब्जों व बिना मान्यता संचालित धार्मिक संस्थानों के खिलाफ लगातार बुलडोजर चल रहा है. सीमा के पास महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत में कार्रवाई जारी है. वहीं, बीते बुधवार को महराजगंज में दो, श्रावस्ती व बहराइच में एक-एक स्थानों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई. अब तक 225 मदरसों, 30 मस्जिद, 25 मजार व छह ईदगाह पर चाबुक चल चुका है.
अमितेश त्रिपाठी