यूपी के बहराइच जिले में कथित तौर पर लव जिहाद व धर्मांतरण की कोशिश में लगे समुदाय विशेष के युवकों के गैंग का नाम सामने आया है. ये लोग इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 'बाबा कंपनी' नाम की आईडी बनाकर अपने गैंग को संचालित कर रहे थे. इस 'बाबा कंपनी' का सरगना शहाबुद्दीन अपने पिता अमीनुद्दीन के साथ साइबर ठगी मामले में जेल भी जा चुका है. अब पुलिस ने दो युवकों- चंदन व मोहित मौर्य पर जानलेवा हमला और उन्हें किडनैप करने के मामले में शहाबुद्दीन व उसके पांच अन्य साथियों को जेल भेजा है.
आरोपी शहाबुद्दीन के हमले में बुरी तरह घायल चंदन व मोहित ने शाहबुद्दीन व उसके साथियों पर उनकी पिटाई कर असलहे के दम पर 'इस्लाम जिंदाबाद' के नारे लगवाने समेत इलाके में लव जिहाद व धर्मांतरण के प्रयास के संगीन आरोप लगाएं हैं. लेकिन बहराइच पुलिस उनके आरोपों को उनकी पुरानी रंजिश के चलते लगाया गया निराधार आरोप बताकर खारिज कर रही है. हालांकि, जांच की बात भी कर रही है.
गौरतलब है कि पड़ोस का बलरामपुर जिला इन दिनों धर्मांतरण मामले छांगुर बाबा के काले कारनामों के चलते सुर्खियों में है. इसी बीच बहराइच में लव जिहाद और धर्मांतरण के प्रयास में लगे समुदाय विशेष से जुड़े युवकों के गैंग का भी नाम प्रकाश में आया है, जो इंस्टाग्राम पर हिंदू नाम की फर्जी आईडी बनाकर हिंदू लड़कियों को कथित तौर पर लव जिहाद का शिकार बनाते थे.
जिले के थाना रामगांव क्षेत्र के मिर्जापुर ख़ालेबाग निवासी चंदन मौर्या व मोहित मौर्या नाम के दो युवकों ने बताया कि 'बाबा कंपनी' का सरगना शहाबुद्दीन राम गांव थाना क्षेत्र के महरी बैकहा का रहने वाला है. उसने हिंदू जाति का युवक बनकर उनके गांव की लड़की को लव जिहाद में फंसाने के उद्देश्य से बात करना शुरू किया और अपनी फर्जी इंस्टा आईडी से उससे चैट करने लगा. लेकिन इसी बीच जब शहाबुद्दीन ने नेपाल के नंबर से उस लड़की से बात की तो उसकी जानकारी घर वालों को हो गई.
ऐसे खोली शहाबुद्दीन की पोल
जिसके बाद घर वालों के साथ मिलकर चंदन व मोहित ने वही लड़की बनकर उससे चैट के जरिए मिलने की इच्छा जाहिर की. जब वह मिलने आया तो उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया और उसकी सच्चाई थाना रामगांव पुलिस को देकर शहाबुद्दीन की फर्जी आईडी व उसके फर्जी हिंदू जाति का युवक बनकर किए जा रहे काले कारनामों के सुबूत दे दिए.
वहीं, रामगांव पुलिस ने उस लड़की की इमेज का हवाला देकर स्थानीय ग्राम प्रधानों के सहयोग से मामले को तो रफा-दफा करा दिया. मगर शाहबुद्दीन ने मामले का खुलासा करने वाले चंदन व मोहित मौर्या को निशाने पर ले लिया.
आरोप है कि चंदन व मोहित बीती 23 जुलाई 2025 को जब अपने दोस्त की जन्मदिन पार्टी मनाने जा रहे थे, तभी शहाबुद्दीन ने अपने साथी अनस व जीशान के साथ मिलकर चंदन व मोहित को जमकर पीटा और अपनी स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से उन्हें अगवा कर लिया. पीड़ित चंदन व मोहित की माने तो शहाबुद्दीन ने असलहे के बलपर उन्हें बोतल से यूरिन पिलाई और 'इस्लाम जिंदाबाद' के नारे लगवाए. मौके पर स्थानीय लोगों के पहुंचने पर शहाबुद्दीन व उसके साथी चंदन व मोहित के साथ उस गाड़ी को भी छोड़कर फरार हो गए. मामले में पुलिस ने अपहरण व जानलेवा हमला समेत गंभीर रूप से मारपीट करने की धाराओं में केस दर्ज कर शहाबुद्दीन व उसके दो अन्य साथियों को जेल भेज दिया.
पीड़ित लड़कों ने लगाए ये आरोप
अपहरण व पिटाई के बाद पीड़ित चंदन व मोहित ने शहाबुद्दीन व उसकी 'बाबा कंपनी' से जुड़े उसके साथियों पर इलाके में वैमनस्यता फैलाने व लव जिहाद फैलाने का आरोप लगाया है. उन्होंने शहाबुद्दीन व उसके परिवार को लव जिहाद के लिए विदेशों से हो रही फंडिंग की बात भी कही है.
चंदन के मुताबिक, शहाबुद्दीन व उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट व उसका अपहरण इसलिए किया था क्योंकि उन लोगों ने उसके लव जिहाद का खुलासा कर उन्हें डेढ़ माह पहले पुलिस के हवाले किया था. ये लोग उनके क्षेत्र में हिंदू लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाने के लिए हिंदू युवक बनकर फर्जी इंस्टा आईडी का प्रयोग करते हैं. इन मुस्लिम युवकों के पास बीएमडब्ल्यू, फॉर्च्यूनर व थार जैसी महंगी-महंगी गाड़ियां हैं. इनके गैंग के मेंबर संजू बाबा, मिस गंगा, साहू जी ठाकु, शनी प्रताप जैसी फर्जी इंस्टा आईडी का प्रयोग करते हैं.
शहाबुद्दीन के अपहरण से मुक्त होने के बाद पीड़ित चंदन व मोहित ने आरोपी शहाबुद्दीन की मोबाइल से हिंदू लड़की के मोबाइल पर की गई चैट व उसकी मौर्या नाम की नेपाल नंबर की आईडी भी उपलब्ध कराई है. हालांकि, चंदन व मोहित के आरोपों पर एडिशनल एसपी ने काहा कि रंजिश में हुई मारपीट के बाद लगाए गए इन आरोपों के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं.
क्या कहते हैं जिले के एसपी ग्रामीण?
बहराइच के एसपी ग्रामीण डीपी तिवारी के अनुसार, चंदन व मोहित ने अपने साथ हुई घटना के समय दी गई तहरीर में कहीं भी अपने नए आरोपों का जिक्र नहीं किया था. आरोपी शाहबुद्दीन व उसके साथियों द्वारा इनके कपड़े उतरवाकर वीडियो बनवाए जाने व धार्मिक नारे लगवाने का कोई भी साक्ष्य नहीं प्राप्त हुआ है. इनके द्वारा परस्पर रंजिश के चलते आरोप लगाए गए हैं. फिलहाल, पूरे मामले की निष्पक्ष विवेचना की जा रही है.
राम बरन चौधरी