व्हाइट हाउस के बाहर वुडेन फेंसिंग, एरिजोना में काउंटिंग सेंटर्स की सुरक्षा के लिए ड्रोन-स्नाइपर्स तैनात... US वोटिंग से पहले सुरक्षा उपायों पर एक-एक अपडेट

अमेरिका में चुनाव से पहले सुरक्षा-व्यवस्था सख्त है. व्हाइट हाउस को इस समय लोहे की ऊंची-ऊंची जालियों से कवर कर दिया गया है. वोटिंग सेंटर्स के बाहर ड्रोन से सर्विलांस किया जा रहा है. जगह-जगह पुलिस और सिक्योरिटी एजेंसी के लोग तैनात हैं.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST

अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ अब खत्म होने वाली है. राष्ट्रपति चुनाव के लिये पूरे अमेरिका में इस समय वोटिंग हो रही है, जिसके नतीजे जल्द आ जाएंगे. लेकिन चुनावी परिणाम आने से पहले अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं.

एजेंसियों को इस बात की शंका है कि नतीजों के बाद अमेरिका का अमन-चैन खराब करने की कोशिश की जा सकती है. इसलिए ऐसे हालात से निपटने के लिये अभी से अमेरिका की पुलिस और सिक्योरिटी एजेंसियों ने जगह-जगह मोर्चा संभालना शुरू कर दिया है.

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लोहे की जालियों से ढंका व्हाइट हाउस

अगर बात अमेरिकी राष्ट्रपति के अधिकारिक आवास (व्हाइट हाउस) की करें तो पूरे व्हाइट हाउस को इस समय लोहे की ऊंची-ऊंची जालियों से कवर कर दिया गया है. अगर किसी आपात स्थिति में लोग व्हाइट हाउस में घुसने की कोशिश भी करते हैं तो वह आसानी ने अंदर दाखिल नहीं हो पाएंगे.

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2020 में ट्रंप की हार के बाद हुआ था हंगामा

ये सारी कवायद पुराने अनुभवों को ध्यान में रखकर की जा रही है. दरअसल, दिसंबर 2020 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की हार हुई थी. ट्रंप की इस हार से उनके समर्थक नाराज हो गए थे और उन्होंने जनवरी 2021 में अमेरिकी संसद (कैपिटल हिल) पर हमला कर दिया था. ट्रंप ने तब चुनाव में धोखेबाजी का आरोप लगाया था. 

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ट्रंप समर्थकों ने संसद में की थी तोड़फोड़

ट्रंप के उग्र समर्थकों ने तब अमेरिकी संसद में गोलीबारी और तोड़फोड़ करने के साथ ही कई दफ्तरों पर कब्जा भी कर लिया था. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी. कुछ समय के लिए वॉशिंगटन में पब्लिक इमरजेंसी का ऐलान भी कर दिया गया था. इस घटना को ध्यान में रखकर ही इस बार अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. 

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वोटिंग बॉक्स की सुरक्षा बढ़ाई गई

इस बार चुनाव से पहले ही वोटिंग बूथ और अन्य सार्वजनिक स्थानों जहां वोटिंग बॉक्स रखे गए हैं. वहां की सुरक्षा भी पुख्ता की गई है. जिन इमारतों में वोटिंग बूथ बनाए गए हैं. उन इमारतों की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. इन इमारतों की छतों पर स्नाइपर्स को तैनात करने की योजना बनाई गई है. 

ड्रोन से किया जा रहा सर्विलांस

चुनावी पर्यवेक्षकों और इलेक्शन वर्कर्स के लिए पैनिक बटन की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति में इसका इस्तेमाल कर प्रशासन को सूचित किया जा सके. वहीं, इसके साथ ही सर्विलांस ड्रोन का भी इंतजाम किया गया है. ये ड्रोन आसमान से लगातार पूरी प्रक्रिया पर नजर रख रहे हैं.

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नेशनल गार्ड्स को किया एक्टिवेट

अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है. सड़कों पर गश्ती दल के अधिकारियों को गश्त करते देखा जा सकता है. अमेरिका के दो राज्यों नेवादा और वॉशिंगटन में किसी भी तरह की अशांति और हिंसा की संभावना के मद्देनजर नेशनल गार्ड को एक्टिवेट कर दिया गया है.

बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर घूम रहे अधिकारी

एरिजोना में चुनाव से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि वह चुनाव के दिन हमले की संभावना के मद्देनजर बुलेटप्रूफ जैकेट पहनते हैं. अमेरिका के कई राज्यों में पिछले हफ्ते बैलट बॉक्स में आग लगने और नष्ट होने की घटनाओं ने संदेह की स्थिति पैदा कर दी थी. वॉशिंगटन और ओरेगन में कई जगह बैलट बॉक्सों में आग लग गई थी. इन बैलट बॉक्स का इस्तेमाल प्री-इलेक्शन के लिए किया गया था, जो वोटों से भरे हुए थे. लेकिन आग लगने की वजह से नष्ट हो गए.

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