कोरोना वायरस से पहले ही दुनिया डरी हुई है, अब उस डर को ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले भी भुना रहे हैं. ऐसे ही फ्रॉड के बारे में ब्रिटिश सिक्यॉरिटी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर कंपनी Sophos की रिपोर्ट में बताया गया है. सायबर क्रिमिनल्स कभी डब्ल्यूएचओ अफसर बनकर तो कभी कोविड-19 के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को शिकार बना रहे हैं.
ब्रिटिश सिक्यॉरिटी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर कंपनी Sophos की रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर क्रिमिनल्स एक धमकी भरा ई-मेल भेजकर यह दावा कर करते नजर आ रहे हैं कि अगर यूजर ने उन्हें पैसे नहीं दिए तो वे यूजर की फैमिली के किसी मेंबर को कोरोना वायरस से इन्फेक्ट कर देंगे.
पैसे कमाने के लिए अभी तक सेक्सटॉर्शन के ई-मेल किए जाते थे जिसमें दावा किया जाता था कि उसके पास यूजर की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें हैं और अगर यूजर उसे पैसे नहीं देता है तो वे तस्वीरें उसके परिवार वालों और दुनिया भर के लोगों को भेज देंगे.
अब सायबर क्रिमिनल्स और एक कदम आगे बढ़ गए हैं और कोरोना वायरस के डर को अपना हथियार बनाया है. साइबर क्रिमिनल्स ई-मेल भेजकर 4000 डॉलर बिटकॉइन के रूप में मांग रहे हैं, नहीं तो यूजर के राज उजागर करने और परिवार के सभी सदस्य को कोरोना वायरस से ग्रसित करने की धमकी दे रहे हैं. एक बिटकॉइन करीब साढ़े 6 हजार डॉलर का होता है.
इस ई-मेल में यूजर को उसका पुराना पासवर्ड भी बताया जाता है. जालसाज दावा करते हैं कि उन्हें यूजर के सभी पासवर्ड पता हैं और वे यूजर पर लंबे समय से नजर रखे हुए थे.
ऑनलाइन फ्रॉड की यह चौंकाने वाली रिपोर्ट सोफोस कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर डाली हुई है जिसमें वह इस ऑनलाइन फ्रॉड का पूरी तरह खुलासा कर रहे हैं.