संदीप पाटिल को सचिन और धोनी पर बयान देना पड़ा महंगा, अनुराग ठाकुर ने लताड़ा

ठाकुर ने सीधे शब्दों में नहीं बताया कि पाटिल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी लेकिन उन्होंने कहा कि बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति उनसे जल्द ही इस मसले पर बात करेंगे जिसके कारण बड़ा विवाद पैदा हो गया था.

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अनुराग ठाकुर ने कहा- संदीप पाटिल को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए थे अनुराग ठाकुर ने कहा- संदीप पाटिल को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए थे

रोहित गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:11 AM IST

भारतीय टीम की चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष संदीप पाटिल को अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बयान देना भारी पड़ा है. बीसीसीआई प्रमुख अनुराग ठाकुर ने इस बयान के लिए पाटिल की खिंचाई की है.

पाटिल ने कहा था- सचिन को टीम से बाहर कर सकते थे चयनकर्ता
ठाकुर ने सीधे शब्दों में नहीं बताया कि पाटिल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी लेकिन उन्होंने कहा कि बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति उनसे जल्द ही इस मसले पर बात करेंगे जिसके कारण बड़ा विवाद पैदा हो गया था. पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पाटिल ने हाल में खुलासा किया था कि चयन पैनल सचिन तेंदुलकर को टीम से बाहर कर सकता था लेकिन इससे पहले उन्होंने अंतररष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया और यह भी बताया कि वह विश्व कप 2015 से पहले धोनी को वनडे की कप्तानी से हटाने पर विचार कर रहे थे.

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ठाकुर बोले- पाटिल को ऐसे कमेंट्स नहीं करने चाहिए थे
ठाकुर ने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहता हूं. संदीप को पूर्व अध्यक्ष होने के नाते ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए थीं. जब वह चेयरमैन थे वह इन सवालों का अलग तरह से जवाब देते थे. लेकिन उसके (कार्यकाल समाप्त होने) बाद उन्होंने अलग तरह के जवाब दिए. उन्होंने ऐसा करके पूरी तरह से अनैतिक काम किया.' बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा, किसी को भी इस विभाग (चयन मसलों) को लेकर अनैतिक और अवांछनीय टिप्पणियां करने से बचना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि उन पर अध्यक्ष बनने के लिये भरोसा किया गया, क्योंकि उन्होंने पर्याप्त क्रिकेट खेली है. उनके साथ चार अन्य चयनकर्ता थे, उन्होंने कुछ नहीं कहा. उन्हें (पाटिल) भी इससे बचना चाहिए था.

पाटिल के खिलाफ कार्रवाई को लेकर नहीं खोले पत्ते
ठाकुर से पूछा गया कि क्या क्रिकेट बोर्ड पाटिल के खिलाफ गोपनीयता के उल्लंघन के लिये कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है, उन्होंने कहा, बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति जल्द ही उनसे बात करेंगे. बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि गोपनीयता के इस तरह के उल्लंघन से भविष्य में किसी भी एम्प्लॉयर के लिए पाटिल पर भरोसा करना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, कोई भी संगठन यदि वह उनकी (पाटिल) सेवाएं लेना चाहता हो, वह इस पर दस बार सोचेगा कि संगठन को छोड़ने के बाद वह उसके बारे में बात करेगा.

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पाटिल ने चेतेश्वर पुजारा को लेकर किया ये खुलासा
पाटिल का तीन साल का कार्यकाल न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिये 15 सदस्यीय टीम के चयन के साथ ही समाप्त हो गया था. धोनी और तेंदुलकर के बारे में बात करने के अलावा पाटिल ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए यह भी बताया था कि वर्तमान कोच अनिल कुंबले और टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा से अपना स्ट्राइक रेट सुधारने के लिये कहा था क्योंकि यह बल्लेबाज वेस्टइंडीज के हाल के दौरे में रन बनाने के लिये जूझ रहा था.

MSK प्रसाद को चीफ सेलेक्टर बनाने के फैसले का किया बचाव
पाटिल और चार अन्य चयनकर्ताओं का कार्यकाल समाप्त होने के बाद बीसीसीआई ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये चयनकर्ता पद के लिये आवेदन मंगाए थे. लेकिन एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाले पांच सदस्यीय पैनल की नियुक्ति पर भी सवाल उठने लगे क्योंकि इन सभी ने मिलकर केवल 13 टेस्ट और 31 वनडे खेले हैं. क्रिकेट बोर्ड अध्यक्ष ने नियुक्तियों का बचाव किया और कहा कि प्रसाद और अन्य को इसलिए नियुक्त किया गया क्योंकि उन्होंने पद के लिये आवेदन किया था जबकि कई अन्य पूर्व क्रिकेटरों ने हितों के टकराव के डर से आवेदन नहीं किया था.

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