कॉमनवेल्थ गेम्स के 9वें दिन भारत की झोली में पदक आए. शुक्रवार को 15 साल के अनीश भानवाला ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया.
गोल्ड जीतकर अनीश ने इतिहास रच दिया और वो कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले देश के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं.
सोना जीतकर अनीश ने 16 बरस की निशानेबाज मनु भाकर का रिकॉर्ड तोड़ा, जिसने इन्हीं खेलों में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड मेडल जीता था.
हरियाणा के इस निशानेबाज ने फाइनल में कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड बनाते हुए 30 स्कोर किया, जिसमें 5-5 की चार सीरीज शामिल थी.
सबसे युवा होते हुए भी दिग्गजों से डरे बिना अनीश ने शानदार प्रदर्शन किया. ऑस्ट्रेलिया के सर्जेइ इवग्लेवस्की ने 28 अंक लेकर रजत पदक जीता, जबकि इंग्लैंड के सैम गोविन को कांस्य पदक मिला.
दसवीं क्लास में पढ़ रहे अनीश के कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि उन्हें 10वीं के बोर्ड एग्जाम देने थे. रिपोर्ट के मुताबिक अनीश गोल्ड कोस्ट में अपनी मैथ्स की किताबें भी साथ ले गए हैं, ताकि पेपर लीक के बाद अगर फिर से परीक्षा हुई तो वह तैयारी कर सकें.
सितंबर 2002 में हरियाणा के सोनीपत में जन्मे अनीश ISSF जूनियर वर्ल्ड कप और जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी गोल्ड जीत चुके हैं. बचपन से ही शूटिंग में रुचि रखने वाले अनीश के परिवार में कोई भी शख्स इस खेल में माहिर नहीं है फिर भी परिवार ने बेटे की प्रतिभा को पहचानकर उसे ट्रेनिंग के लिए दिल्ली भेजने का फैसला किया.
कॉमनवेल्थ खेलों के पूर्व शूटर गोल्ड मेडलिस्ट हरप्रीत सिंह और ओलंपिक मेडलिस्ट विजय कुमार को अनीश अपना हीरो मानते हैं और वही उन्हें शूटिंग की बारीकियां सिखाते हैं. अनीश का मकसद अभिनव बिंद्रा की तरह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है. जिसके लिए वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
भारत के खाते में अब तक कुल 35 मेडल आ चुके हैं. वह 16 गोल्ड, 8 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज मेडल के साथ पदक तालिका में तीसरे स्थान पर बरकरार है.
इससे पहले शूटिंग में भारत के लिए इकट्ठे दो मेडल आए. महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में 37 साल की तेजस्विनी सावंत ने गोल्ड पर निशाना साधा, जबकि हमवतन अंजुम मौदगिल को सिल्वर मेडल मिला.