प्रतीका रावल को क्यों नहीं दिया गया वर्ल्ड कप विनर का मेडल? जान लें वजह

भारत की प्रतीका रावल ने महिला विश्व कप 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की खिताबी जीत में अहम योगदान दिया, लेकिन चोट और नियमों के कारण उन्हें विजेता पदक नहीं मिला. बांग्लादेश के खिलाफ चोटिल होने के बाद शैफाली वर्मा ने उनकी जगह ली.

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व्हील चेयर पर टीम के साथ जश्न में शामिल हुईं प्रतीका रावल (Photo: PTI) व्हील चेयर पर टीम के साथ जश्न में शामिल हुईं प्रतीका रावल (Photo: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:01 PM IST

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार प्लेयर प्रतीका रावल ने महिला विश्व कप 2025 में भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई. हालांकि, जब भारत ने 2 नवंबर को डीवाई पाटिल स्टेडियम में लॉरा की कप्तानी वाली दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार ट्रॉफी जीती, तब प्रतीका को विजेता पदक (Winner’s Medal) नहीं मिला. अब आइए जानते हैं कि आखिर इसका क्या कारण रहा...

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दरअसल, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के पात्रता नियमों के अनुसार, पदक केवल उन खिलाड़ियों को दिए जाते हैं जो टूर्नामेंट के अंत तक आधिकारिक 15 सदस्यीय टीम में शामिल रहते हैं. जिसमें नॉकआउट और फाइनल चरण भी शामिल हैं.

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प्रतीका रावल को ग्रुप-स्टेज मैच में बांग्लादेश के खिलाफ नवी मुंबई में खेलते हुए घुटने और टखने की चोट लग गई थी. इसके बाद उन्हें टूर्नामेंट के दूसरे हिस्से से बाहर कर दिया गया और उनकी जगह शेफाली वर्मा को सेमीफाइनल से पहले टीम में शामिल किया गया. चूंकि प्रतीका को चोट के कारण आधिकारिक रूप से टीम से रिप्लेस कर दिया गया था, इसलिए ICC के नियमों के तहत वह पदक पाने की पात्र नहीं रहीं, भले ही उन्होंने टूर्नामेंट के शुरुआती चरणों में शानदार प्रदर्शन किया था.

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व्हीलचेयर पर जश्न मनाती दिखीं प्रतीका 

भारत के विश्व कप जीतने के बाद, प्रतीका रावल को व्हीलचेयर पर भारतीय तिरंगे को ओढ़े हुए देखा गया. बैसाखियों के सहारे भी उन्होंने मुस्कुराते हुए अपनी टीम के साथ जश्न मनाया. भले ही वह फाइनल में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थीं, लेकिन उन्होंने इस पल को पूरे दिल से जिया और भारत की ऐतिहासिक जीत का हिस्सा बनने की खुशी जाहिर की.

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प्रतीका रावल ने भारत की जीत के बाद कहा, 'मैं इस अहसास को शब्दों में बयां नहीं कर सकती. मेरे कंधे पर यह तिरंगा मेरे लिए सब कुछ है. टीम के साथ यहां खड़ी होना अविश्वसनीय लग रहा है. चोटें खेल का हिस्सा हैं, लेकिन मैं बस बहुत खुश हूं कि इस विजेता टीम का हिस्सा रही. मुझे इस टीम से प्यार है.'

पूरे टूर्नामेंट में प्रतीका रावल का प्रदर्शन शानदार रहा. उन्होंने 7 मैचों में 308 रन बनाए, औसत 51.33 और स्ट्राइक रेट 77.77 रहा. उनकी सबसे यादगार पारी न्यूज़ीलैंड (New Zealand) के खिलाफ आई, जब उन्होंने 122 रन ठोके, जिससे भारत ने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से लगातार तीन हार के बाद शानदार वापसी की थी.

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