भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह एक दशक बाद फिर साथ खेलेंगे. सचिन और युवराज 22 मार्च (शनिवार) को मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ इंटरनेशनल मास्टर्स लीग (International Masters League) के उद्घाटन मैच में एक बार फिर भारत की प्रतिष्ठित नीली जर्सी पहनकर मैदान में उतरेंगे.
इस टूर्नामेंट में 6 टीमें भाग लेंगी. जिसमें भारत, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. सभी टीम में क्रिकेट के कुछ बड़े स्टार शामिल हैं. यह प्रतियोगिता नवी मुंबई, वडोदरा और रायपुर में आयोजित की जाएगी. फाइनल 16 मार्च को रायपुर में खेला जाएगा.
इंटरनेशनल क्रिकेट में 34,000 से अधिक रन और 100 शतक जड़ने वाले दिग्गज तेंदुलकर ने खेल के हर प्रारूप में दबदबा बनाया. हालांकि भारत के लिए वह सिर्फ एक टी20 इंटरनेशनल मैच में खेले. इससे प्रशंसकों के लिए उन्हें एक बार फिर खेल के सबसे छोटे प्रारूप में भारतीय जर्सी में देखना दिलचस्प होगा. पिछले कुछ वर्षों में भारत और श्रीलंका के बीच मुकाबलों ने प्रशंसकों को रोमांचित किया है.
तेंदुलकर और युवराज ने अनगिनत अविस्मरणीय मुकाबले खेले हैं जिनमें से 2011 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल का कोई मुकाबला नहीं है जिसमें भारत चैम्पियन रहा था. तेंदुलकर ने कहा, ‘हमने पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए कुछ अविस्मरणीय पल देखे हैं, जिनमें 2011 का विश्व कप सबसे खास था.’
उन्होंने कहा, ‘इतने साल के बाद मैदान पर वापस आना और एक ऐसी टीम का सामना करना जो हमारे क्रिकेट के सफर का इतना बड़ा हिस्सा रही है, इसे और भी खास बनाता है.’
दूसरी ओर युवराज ने 2011 विश्व कप और 2007 टी20 विश्व कप सहित भारत की कई महत्वपूर्ण जीत में अहम भूमिका निभाई है. युवराज ने कहा, ‘मैं फिर से मैदान पर वापसी के लिए बेताब हूं. भारत बनाम श्रीलंका हमेशा से रोमांचक मुकाबला रहा है और मुझे पता है कि प्रशंसक भी उतने ही उत्साहित हैं जितने हम हैं.’
उन्होंने कहा, ‘दिग्गजों के साथ खेलना और पुरानी प्रतिद्वंद्विता को फिर से शुरू करना, यही इंटरनेशनल मास्टर्स लीग का उद्देश्य है. सचिन पाजी के नेतृत्व में सांगा (संगकारा) और श्रीलंकाई टीम के खिलाफ खेलना, ऐसा लग रहा है जैसे हम बीते समय में चले गए हैं, और खेल के प्रति जुनून पहले जैसा ही है.’
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