भारतीय घरेलू क्रिकेट में अगर किसी टीम के पास इस समय सबसे घातक तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण है, तो वह बंगाल है. विजय हज़ारे ट्रॉफी 2025-26 के चौथे राउंड में बंगाल के पेस तिकड़ी ने ऐसा तूफान मचाया कि जम्मू-कश्मीर की टीम अपने इतिहास के सबसे न्यूनतम लिस्ट-A स्कोर पर सिमट गई.
राजकोट के सनोसारा क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए ग्रुप B के चौथे मुकाबले में बंगाल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया और यह निर्णय पूरी तरह सही साबित हुआ. ठंडी सुबह में बंगाल के तेज़ गेंदबाज़ों ने नई गेंद से घातक स्विंग और सीम मूवमेंट का बेहतरीन इस्तेमाल किया.
शमी ने की शुरुआत
टीम की अगुवाई कर रहे अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी, जिनकी भारतीय टीम में वापसी की चर्चाएं तेज़ हैं, ने पारी की दूसरी ही गेंद पर जम्मू-कश्मीर के ओपनर कमरान इकबाल को पवेलियन भेज दिया. इस शुरुआती झटके से जम्मू-कश्मीर की टीम उबर ही नहीं पाई.
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शमी के साथ नई गेंद संभाल रहे आकाश दीप ने भी अपने पहले ही ओवर में विकेट झटक लिया. दोनों सीनियर तेज़ गेंदबाज़ों के दबाव ने जम्मू-कश्मीर के बल्लेबाज़ों की तकनीक और आत्मविश्वास दोनों को पूरी तरह तोड़ दिया. विकेटों का पतझड़ ऐसा चला कि विपक्षी बल्लेबाज़ टिककर खेलने का कोई भी प्रयास नहीं कर पाए.
63 रन पर ढेर हो गई जम्मू-कश्मीर
बंगाल के तेज गेंदबाज़ों ने लगातार सटीक लाइन-लेंथ पर गेंदबाज़ी की, जिससे बल्लेबाज़ या तो खेलने से चूकते रहे या फिर गलत शॉट खेल बैठे. पूरी टीम सिर्फ 63 रन पर 20.4 ओवर में ढेर हो गई, जो कि जम्मू-कश्मीर का अब तक का सबसे कम लिस्ट-A स्कोर है.
इस प्रदर्शन के साथ ही बंगाल की तेज़ गेंदबाज़ी इकाई ने पूरे देश में अपनी धमक दर्ज करा दी है. मोहम्मद शमी का अनुभव, आकाश दीप की निरंतरता और अन्य पेसर्स का अनुशासित सपोर्ट इस आक्रमण को बेहद खतरनाक बनाता है.
खास बात यह रही कि इस मुकाबले में बंगाल की कप्तानी अभिमन्यु ईश्वरन कर रहे थे, जिनके नेतृत्व में गेंदबाज़ों ने योजनाबद्ध तरीके से बल्लेबाज़ों को जाल में फंसाया. फील्डिंग भी बेहद चुस्त रही, जिससे जम्मू-कश्मीर को कोई राहत नहीं मिल सकी.
जम्मू-कश्मीर के लिए यह दिन पूरी तरह निराशाजनक रहा. उनकी टीम का पिछला न्यूनतम स्कोर 75 रन था, जो उन्होंने 2015 में हरियाणा के खिलाफ बनाया था. लेकिन इस बार वे उस आंकड़े से भी नीचे चले गए.
इस प्रदर्शन के बाद मोहम्मद शमी की भारतीय टीम में वापसी की मांग और तेज़ हो गई है. घरेलू क्रिकेट में लगातार विकेट चटकाकर शमी यह साबित कर रहे हैं कि फिटनेस के साथ-साथ उनकी धार भी पूरी तरह बरकरार है.
विजय हज़ारे ट्रॉफी के इस मुकाबले ने साफ कर दिया है कि अगर बंगाल की तेज़ गेंदबाज़ी इसी तरह जारी रही, तो वे टूर्नामेंट की सबसे खतरनाक टीमों में शुमार होंगे.
ऐसा रहा तीनों का प्रदर्शन
इस मैच में शमी ने 6 ओवर की गेंदबाजी की और 2 मेडन के साथ 2 विकेट झटके और केवल 14 रन ही खर्च किए. वहीं, मुकेश कुमार ने 6 ओवर में 16 रन देकर 4 विकेट लिए. जबकि आकशदीप ने 8.4 ओवर में 32 रन खर्च करके 4 विकेट झटके और जम्मू-कश्मीर की कमर तोड़ दी.
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