एक ही हफ्ते में दो बड़े अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम ने यह साफ कर दिया है कि भारत में बड़े आयोजन अब सिर्फ सितारों या खेल की चमक तक सीमित नहीं रह गए हैं... अव्यवस्था और पर्यावरणीय खतरों ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी में बदल दिया है.
एक तरफ कोलकाता में लियोनेल मेसी का दौरा, जिसे देखने के लिए लाखों फैन्स उमड़े थे, लेकिन जो दिन फुटबॉल प्रेमियों के लिए यादगार होना था, वह स्टेडियम में अफरा-तफरी और गुस्साए दर्शकों में बदल गया. दूसरी ओर, बुधवार को लखनऊ में भारत और साउथ अफ्रीका का चौथा टी20 मैच, जिस पर खेल और रोमांच की उम्मीद थी, प्रदूषण और कोहरे के कारण बिना टॉस के ही रद्द कर दिया गया.
स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी GOAT India Tour 2025 के तहत 13 दिसंबर को कोलकाता पहुंचे. उनका छोटा सा दौरा अफरा-तफरी में बदल गया. साल्ट लेक स्टेडियम (विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन-VYBK) में मेसी महज कुछ मिनट के लिए नजर आए, लेकिन ज्यादातर फैन्स उन्हें देख भी नहीं पाए. नाराज दर्शकों ने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया और स्टेडियम में ‘कम मेसी और ज्यादा हंगामा’ देखने को मिला. जो दिन फुटबॉल प्रेमियों के लिए यादगार होना था, वह अव्यवस्था और गुस्साए फैन्स में बदल गया. आयोजन प्रबंधन की खामियों ने पूरे कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी में बदल दिया.
इसके चार दिन बाद ही, लखनऊ में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज का चौथा टी20 मैच बिना टॉस के रद्द कर दिया गया. इस बार कारण खेल नहीं, बल्कि प्रदूषण और कोहरा था. लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक स्तर 490 तक पहुंचने का दावा किया गया, जो खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए सीधे खतरे का संकेत है. भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को वॉर्म-अप के दौरान मास्क पहने देखा गया... और यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला भी मैदान पर आए और निरीक्षण के बाद अपनी निराशा जाहिर की. उन्होंने स्वीकार किया कि उत्तर भारत में शीतकालीन शेड्यूल पर गंभीर समीक्षा की आवश्यकता है.
मैच की शुरुआत शाम 7 बजे तय थी, लेकिन छह निरीक्षणों के बावजूद रात 9:30 बजे खेल रद्द कर दिया गया. इसके बाद दोनों टीमों को सीरीज डिसाइडर के लिए अहमदाबाद जाना पड़ा. हालांकि आधिकारिक रूप से मैच रद्द होने की वजह कोहरा ही बताई गई है. लेकिन लखनऊ के मैदान पर मौजूद खेल प्रेमी और वहां का नजारा टीवी पर लाइव देख रहे दर्शक वहां की हवा में घुले स्मॉग को साफ देख पा रहे थे.
वैसे यूपी सरकार ने लखनऊ के एक्यूआई को कंट्रोल में बताते हुए दावा किया है कि पांच सौ के आसपास जो एक्यूआई बताया जा रहा है वो विदेशी ऐप्स के गलत डेटा रिकॉर्ड करने की वजह से है. सरकारी प्रेसनोट में लखनऊ का कल (बुधवार) का एक्यूआई दो सौ से भी कम बताया गया है. सच्चाई कुछ भी हो लेकिन मैच रद्द हुआ है और ये पूरी दुनिया जानती है.
आलोचना का केंद्र बीसीसीआई के शेड्यूल और स्थान चयन पर है. नई चंडीगढ़, धर्मशाला और लखनऊ जैसे शहरों में नवंबर-दिसंबर के दौरान कोहरा, ठंड और प्रदूषण आम हैं. धर्मशाला में खेले गए टी20 में स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने कहा कि परिस्थितियां 'काफी चुनौतीपूर्ण' थीं.
इन दोनों घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की सफलता सिर्फ खेल या सितारों पर निर्भर नहीं करती. आयोजन स्थल, मौसम और पर्यावरणीय सुरक्षा उतने ही महत्वपूर्ण हैं. मेसी के दौरे में अव्यवस्था और लखनऊ में प्रदूषण ने यह साबित कर दिया कि यदि प्रबंधन और पर्यावरणीय जोखिमों पर ध्यान न दिया गया, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी तय है.
बीसीसीआई और आयोजकों के लिए यह चुनौती है कि वे भविष्य में ऐसे आयोजनों को पहले से बेहतर तरीके से शेड्यूल करें. खिलाड़ियों और फैन्स की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और उन स्थानों पर खेल आयोजित करें, जहां मौसम और पर्यावरणीय परिस्थितियां सुरक्षित हों. अगर यह नहीं हुआ, तो भारत न केवल आयोजन की विश्वसनीयता खोएगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना भी करेगा.
ये दो घटनाएं भारत की अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की छवि पर बड़ा सवाल खड़ा करती हैं - एक जगह स्टार का दौरा अफरा-तफरी में बदल गया, दूसरी जगह क्रिकेट मैच 'प्रदूषण' की वजह से रद्द हुआ... यह सिर्फ घटनाएं नहीं, बल्कि चेतावनी हैं कि बड़े आयोजन केवल सितारे और खेल नहीं, बल्कि प्रबंधन और पर्यावरणीय जिम्मेदारी भी होते हैं.
विश्व मोहन मिश्र