क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां ने एक और आरोप लगाया है. हसीन ने कहा है कि शमी ने बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) को बेवकूफ बनाया और अपनी उम्र छुपाई.
हसीन ने अपने ताजे आरोप में कहा है कि शमी ने नकली जन्म प्रमाणपत्र दिखाकर राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय टीम में जगह बनाई थी. हसीन ने फेसबुक पर ड्राइविंग लाइसेंस की एक तस्वीर पोस्ट कर दावा किया कि यह शमी की है.
इस फोटो में जन्म का वर्ष 1982 है, जबकि आधिकारिक रिकॉर्ड में शमी के जन्म का साल 1990 दर्ज है. जिसके बारे में हसीन ने दावा किया है कि यह फर्जी है. बाद में इस पोस्ट को सोशल मीडिया से डिलीट कर दिया गया.
हसीन ने अपनी पोस्ट में यह भी कहा कि शमी ने बीसीसीआई और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) को बंगाल की अंडर-22 टीम में शामिल होने के लिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र देकर बेवकूफ बनाया.
हसीन ने लिखा, 'देखो दोस्तो! शमी अहमद की कब की पैदाइश है और मीडिया में बैठकर दुनिया के सामने खुद को 1990 का बताता है. उसने जाली प्रमाणपत्र बनाकर बीसीसीआई-सीएबी को बेवकूफ बनाया और पब्लिक को भी. जरा सोचो कि उस लड़के का क्या दोष था, जो सच में 22 साल का था और शमी की वजह से नहीं खेल पाया.'
मालूम हो कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स और घरेलू हिंसा के आरोपों के बाद हसीन जहां ने अपने पति शमी के खिलाफ अलीपुर में हर महीने 10 लाख रुपये गुजारा भत्ते की मांग करते हुए केस दर्ज कराया है.
विश्व मोहन मिश्र