हारिस सोहेल पाकिस्तान टीम के उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के ज्यादा चांस नहीं मिले हैं. साल 2013 में पाकिस्तान के लिए डेब्यू करने के बाद से हारिस सोहेल टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं. मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज होने के अलावा हारिस सोहेल पार्टटाइम गेंदबाजी करने में माहिर हैं.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कप्तान बाबर आजम के सपोर्ट के बावजूद चयनकर्ताओं द्वारा हारिस सोहेल को एकबार फिर से नजरअंदाज किया गया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नेशनल हाई-परफॉर्मेंस सेंटर (NHPC) में होने वाले कंडीशनिंग कैंप में भाग लेने वाले 60 क्रिकेटरों में 33 वर्षीय सोहेल का सेलेक्शन नहीं हुआ है.
क्रिकेट पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार हारिस सोहेल अपने साथ हुए व्यवहार से स्तब्ध और परेशान हैं. कप्तान बाबर आजम वनडे इंटरनेशनल मैचों में अपने मध्य क्रम को मजबूत करने के लिए रणनीति बना रहे हैं. इसके लिए बाबर हारिस को सेटअप में रखना चाहते हैं क्योंकि उनका मानना है कि वह धीमी और स्पिन ट्रैक जैसी पिचों पर लंबी पारियां खेल सकते हैं. हालांकि, चयनकर्ता बाबर के प्लान को लेकर बिल्कुल भी आश्वस्त नहीं हैं.
हारिस सोहेल ने अबतक 16 टेस्ट, 42 एकदिवसीय और 14 टी 20 इंटरनेशनल मैचों में क्रमशः 847, 1685 और 210 रन बनाए हैं. सीनियर ऑलराउंडर ने आखिरी बार जनवरी 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में पाकिस्तान के लिए भाग लिया था. हारिस सोहेल को ज्यादा मौके नहीं मिले हैं, लेकिन वह तीन आईसीसी टूर्नामेंट्स में पाकिस्तानी टीम के सदस्य रहे हैं.
2017 के चैम्पियंस ट्रॉफी का रहे पार्ट
हारिस सोहेल 2015 और 2019 विश्व कप में टीम का पार्ट रहे थे. वह सरफराज अहमद की अगुवाई वाली उस टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं, जिन्होंने 2017 में चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत पर 180 रन की शानदार जीत के साथ चैम्पियंस ट्रॉफी पर कब्जा किया था. हारिस सोहेल भारत में अगले साल होने वाले ओडीआई विश्व कप को ध्यान में रखते हुए 50 ओवरों की टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहते हैं.
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