9 तरीके से क्रिकेट में OUT होते हैं ख‍िलाड़ी, गेंद को 2 बार मारना 'गुनाह', 3 म‍िनट से ज्यादा की देरी भी है जुर्म

Cricket out types: मणिपुर के लामाबम सिंह रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग मैच में मेघालय के खिलाफ सूरत में क्रिकेट के सबसे दुर्लभ आउट में से एक का शिकार हुए. दरअसल, उन्होंने गेंद को दो बार मारा, जिस वजह से वह पवेल‍ियन लौट गए. उनके इस तरह से आउट होने के बाद यह जानना जरूरी है क‍ि आख‍िर क्रिकेट में कोई ख‍िलाड़ी कितनी बार आउट होता है.

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क्रिकेट में आउट होने के कई न‍ियम बेहद अजीब भी हैं (Photo: PTI) क्रिकेट में आउट होने के कई न‍ियम बेहद अजीब भी हैं (Photo: PTI)

Krishan Kumar

  • नई द‍िल्ली ,
  • 19 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:36 PM IST

गेंद को 2 बार रोका तो OUT, समय से मैदान में नहीं पहुंचे तो 'टाइम आउट'. कुल मिलाकर कोई ख‍िलाड़ी क्रिकेट के मैदान में 9 तरीके से आउट हो सकता है.

मणिपुर के लामाबम सिंह मौजूदा रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग मैच में मेघालय के खिलाफ सूरत में क्रिकेट के सबसे दुर्लभ तरीकों में से एक में आउट हुए. लामाबम सिंह रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग मैच में मेघालय के खिलाफ आर्यन बोरा की एक गेंद को डिफेंड किया था, लेकिन गेंद धीरे-धीरे स्टंप्स की ओर जाने लगी. तभी उन्होंने बैट से गेंद को रोक दिया. इस पर वो आउट द‍िए गए.

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दरअसल, लामाबम को हिट द बॉल ट्वाइस आउट द‍िया गया. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि कोई ख‍िलाड़ी क्रिकेट के मैदान में कितनी बार आउट हो सकता है. आइए समझ लेते हैं.

क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था MCC (मेर‍िलबोर्न क्रिकेट क्लब) ने भी इसे लेकर व‍िस्तार से न‍ियम 32 से लेकर 40 के बीच (Law 32 से लेकर Law 40 के बीच ) बताए गए हैं. 
यह भी पढ़ें: Hit the ball Twice: दो बार बल्ले से मारी गेंद, भारतीय क्रिकेटर दुर्लभ तरीके से OUT, जानें क्यों हुआ ऐसा

1-Bowled (बोल्ड): जब गेंदबाज गेंद फेंकता है और गेंद सीधे बैटर के स्टम्प्स पर लगती है. MCC के न‍ियम 32.1 में इस बारे में व‍िस्तार से समझाया गया है. 
-32.1.1
स्ट्राइकर (बैटर) बोल्ड आउट माना जाएगा यदि गेंदबाज द्वारा डाली गई गेंद (जो नो-बॉल न हो) उसके विकेट को सही तरीके से गिरा देती है, चाहे गेंद पहले बैटर के बैट या शरीर को ही क्यों न लगी हो. 

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-32.1.2
लेकिन स्ट्राइकर बोल्ड आउट नहीं होगा यदि गेंद उसके विकेट से टकराने से पहले किसी अन्य खिलाड़ी या अंपायर को छू चुकी हो. हालांकि ऐसी स्थिति में स्ट्राइकर पर 37 (Obstructing the field), 38 (Run out) और 39 (Stumped) लागू हो सकते हैं. 


2-Caught (कैच आउट): जब बैटर गेंद को मारता है और कोई फील्डर गेंद को जमीन पर गिरने से पहले पकड़ लेता है. 

3- Hit the ball twice (बॉल को 2 बार हिट करना): MCC के नियम 34.1.1 में कहा गया है कि अगर गेंद प्ले में है और स्ट्राइकर के शरीर या बैट से लगने के बाद जानबूझकर वह दूसरी बार बैट या शरीर (सिवाय उस हाथ के जो बैट नहीं पकड़े हो) से गेंद को मारता है, और यह फील्डर के गेंद छूने से पहले होता है, तो वो ‘हिट द बॉल ट्वाइस’ आउट होगा. सिवाय उस स्थिति के जब दूसरी बार गेंद को मारना सिर्फ विकेट बचाने के लिए किया गया हो. 

लामाबम सिंह के रणजी ट्रॉफी में इस तरह आउट से पहले पिछला मामला 2005-06 में सामने आया  था, तब जम्मू-कश्मीर के कप्तान ध्रुव महाजन झारखंड के खिलाफ इसी तरह आउट हुए थे. उससे पहले सिर्फ तीन रणजी क्रिकेटर ऐसे आउट हुए थे. आंध्र के खिलाड़ी के बावन्ना (1963-64), जम्मू-कश्मीर के शाहिद परवेज (1986-87) और तमिलनाडु के आनंद जॉर्ज (1998-99) इस ल‍िस्ट में शाम‍िल हैं. 

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4- Hit wicket (हिट विकेट): जब बैटर शॉट खेलते समय या स्टांस लेते हुए अपने शरीर या बैट से गलती से स्टम्प्स गिरा देता है, तो वह हिट विकेट करार दिया जाता है. 
यह भी पढ़ें: LBW rules in cricket: क्रिकेट में एलबीडब्ल्यू न‍ियम है पेचीदा, जानबूझकर बैटर पैड से करे ये हरकत तो क्या होगा... कैसे बल्लेबाज होता है OUT?
5- Leg before wicket – LBW (लेग बिफोर विकेट):  जब गेंद बैट को छुए बिना बैटर के शरीर के किसी हिस्से (ग्लव्स को छोड़कर) पर लगती है और अंपायर को लगता है कि गेंद स्टम्प्स पर जाकर लगती, तब यह आउट दिया जाता है. इसे MCC के Law 36 में व‍िस्तार से बताया गया है. क्रिकेट का यह न‍ियम बेहद पेचीदा है क्योंक‍ि DRS लेने पर कई बार अंपायर कॉल ही अहम रहती है. 

6- Obstructing the field (ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड): जब बैटर अपने शब्दों या हरकतों से फील्डिंग साइड को बाधा पहुंचाता है. तब इस तरह आउट द‍िया जाता है. कुल म‍िलाकर गेंद को फील्डर को वापस करना, कैच को रोकने के लिए बाधा डालना, फील्ड में बाधा डालना, यह ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड के दायरे में आते हैं.  यह व‍िकेट किसी गेंदबाज के खाते में नहीं जाता है.

यदि बॉल प्ले में है और बैटर बिना किसी फील्डर की अनुमति के, अपने शरीर या बैट से, गेंद को किसी फील्डर की ओर लौटाता है, तो वह बैटर Obstructing the field आउट होगा.  नो बॉल पर भी बाधा डालने पर भी वह इस तरह आउट माना जाएगा. 

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लेकिन स्ट्राइकर तब आउट नहीं होगा यदि गेंद उसके विकेट से टकराने से पहले किसी अन्य खिलाड़ी या अंपायर को छू चुकी हो. वहीं ऐसी स्थिति में स्ट्राइकर पर लॉ 37 (Obstructing the field), 38 (Run out) और 39 (Stumped) लागू हो सकते हैं.

वहीं बाधा या distraction अनजाने में हुआ हो या चोट से बचने के लिए obstruction किया गया हो, या स्ट्राइकर ने कानून 34.3 के तहत वैध रूप से विकेट की रक्षा करते हुए गेंद को दूसरी या अधिक बार मारा हो, तो ऐसी स्थ‍ित‍ि में स्ट्राइकर आउट नहीं होगा. 

क्रिकेट के खेल में बल्लेबाज को आउट करने के तरीकों में से हैंडल्ड द बॉल/हैंडल‍िंग द बॉल एक था, लेकिन 2017 में जब क्रिकेट के नियमों को फिर से लिखा गया तो इसे ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड (obstructing the field) के नियम में शामिल कर लिया गया.

7: Run out (रन आउट): जब बैटर पॉपिंग क्रीज के बाहर होता है और फील्डिंग टीम गेंद से स्टम्प्स गिरा देती है तो ख‍िलाड़ी रन आउट होता है, नो बॉल पर रन आउट होता है. वहीं ह‍िट द बॉल ट्वाइस, ऑब्सर्टक्ट द फील्ड भी नो बॉल पर होता है. 


8: Stumped (स्टम्प्ड): जब विकेटकीपर गेंद हाथ में लेकर बैटर के क्रीज से बाहर होने पर स्टम्प्स गिरा देता है. 

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9: Timed out (टाइम्ड आउट): जब नया बैटर तीन मिनट के अंदर अगली गेंद खेलने के लिए तैयार नहीं होता. चाहें बल्लेबाज आउट होकर पवेल‍ियन जा रहा हो, या र‍िटायर्ड हर्ट होकर लौट रहा हो. यह व‍िकेट किसी गेंदबाज के खाते में नहीं जाता है. वनडे वर्ल्ड कप 2023 के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ मैच में श्रीलंका के पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज 'टाइम आउट' हुए थे. वह तब इस तरह आउट होने वाले पहले ख‍िलाड़ी बने थे. 

 

 

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