इंडिगो फ्लाइट कैसे फंस गया था टर्बुलेंस में... क्यों PAK एयरस्पेस में जाने की मांगनी पड़ी परमिशन?

दिल्ली-श्रीनगर इंडिगो फ्लाइट का पायलट सतर्क था, जिसकी वजह से बड़ा हादसा टल गया. उसे भयानक टर्बुलेंस की वजह से पाकिस्तान एयरस्पेस में जाने की परमिशन भी मांगनी पड़ी थी. आइए जानते हैं कि तूफान में उड़ान भरना कितना खतरनाक हो सकता है.

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श्रीनगर जाते समय प्लेन की नोज डैमेज हो गई और यात्री इस दौरान डरे सहमे बैठे थे. (सभी फोटोः PTI) श्रीनगर जाते समय प्लेन की नोज डैमेज हो गई और यात्री इस दौरान डरे सहमे बैठे थे. (सभी फोटोः PTI)

कुमार कुणाल

  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2025,
  • अपडेटेड 11:25 AM IST

बुधवार (21 मई 2025) को दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट में भयानक टर्बुलेंस हुआ, जिससे 227 यात्रियों में डर का माहौल बन गया. यह फ्लाइट एक बड़े तूफान से गुजर रही थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ. यात्रियों ने इस डरावने पल को वीडियो में रिकॉर्ड किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

वीडियो में लोग डरे हुए दिख रहे हैं—कुछ अपनी सीटें पकड़े हैं, तो कुछ प्रार्थना कर रहे थे. फ्लाइट की नोज (आगे का हिस्सा) टूट गई, जो लैंडिंग के बाद वायरल तस्वीरों में दिखी. हालांकि, फ्लाइट सुरक्षित लैंड कर गई, लेकिन इस घटना ने हवाई उछाल यानी टर्बुलेंस के खतरों को सामने ला दिया.

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टर्बुलेंस क्या होता है?

टर्बुलेंस तब होता है, जब हवा की गति या दिशा अचानक बदलती है. यह आमतौर पर बादलों, तूफानों या तेज हवाओं (जेट स्ट्रीम) के पास होता है. इंडिगो फ्लाइट के साथ जो हुआ, वह एक तेजी से बढ़ते तूफान की वजह से था. तूफान में तेज ऊपर की हवा (अपड्राफ्ट) और नीचे की हवा (डाउनड्राफ्ट) बनती है, जिससे हवाई जहाज हिलने लगता है.

अपड्राफ्ट और डाउनड्राफ्ट क्या हैं?

तूफान में हवा बहुत तेजी से ऊपर-नीचे चलती है.  

अपड्राफ्ट: जब गर्म हवा तेजी से ऊपर जाती है, उसे अपड्राफ्ट कहते हैं. यह ज्यादातर सूरज की गर्मी से होता है, जब जमीन गर्म होकर हवा को गर्म करती है. गर्म हवा हल्की होती है, इसलिए ऊपर चली जाती है. इस दौरान हवाई जहाज भी ऊपर की ओर खिंच जाता है.  

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डाउनड्राफ्ट: जब ठंडी हवा नीचे की ओर आती है, उसे डाउनड्राफ्ट कहते हैं. यह तब होता है, जब बादलों में पानी की बूंदें ठंडी होकर नीचे गिरती हैं. इससे हवा भारी होकर नीचे आती है. हवाई जहाज को भी नीचे खींचती है.

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भारत मौसम विभाग (IMD) के वैज्ञानिक आर.के. जेनामणि ने बताया कि तूफान में अपड्राफ्ट और डाउनड्राफ्ट की वजह से हवाई जहाज 2,000 से 6,000 फीट तक ऊपर-नीचे हो सकता है. अगर माइक्रोबर्स्ट (तेज डाउनड्राफ्ट) हो, तो खतरा और बढ़ जाता है.

इंडिगो फ्लाइट के साथ क्या हुआ?

इंडिगो फ्लाइट एक बड़े तूफान से गुजर रही थी. पहले उसे अपड्राफ्ट का सामना करना पड़ा, जिससे फ्लाइट करीब 3 किलोमीटर ऊपर चली गई. इसके बाद डाउनड्राफ्ट हुआ, जिसने फ्लाइट को तेजी से नीचे खींचा. इस दौरान तूफान में ओले (हेलस्टोन्स) भी बने, जिन्होंने फ्लाइट की नोज को तोड़ दिया. जेनामणि ने बताया किजब हवा ऊपर जाती है, तो पानी की बूंदें ठंडी होकर ओले बनाती हैं. इन ओलों ने फ्लाइट के आगे के हिस्से को नुकसान पहुंचाया.

यह हादसा कैसे टल सकता था?

बुधवार को पंजाब से उत्तर प्रदेश तक पूरे उत्तर-पश्चिमी इलाके में बड़ा तूफान था. ऐसे में पायलट को तूफान से बचकर दूसरा रास्ता लेना चाहिए था. पायलट ने तूफान से बचने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में जाने की अनुमति मांगी, लेकिन पाकिस्तान ने इजाजत नहीं दी. मजबूरी में फ्लाइट को तूफान से होकर गुजरना पड़ा. पायलट ने सही फैसले लेते हुए फ्लाइट को सुरक्षित ऊंचाई पर रखा और ज्यादा नुकसान होने से बचाया.

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