2025 का आखिरी 'बड़ा चांद'... 4 को सबसे ऊंचे प्वाइंट पर होगा कोल्ड सुपरमून

4-5 दिसंबर को 2025 का आखिरी पूर्ण चांद 'कोल्ड सुपरमून' निकलेगा. शाम 7 बजे पूर्व में बड़ा-चमकदार चांद दिखेगा. पूरे साल का सबसे ऊंचा चांद होगा क्योंकि सूरज सबसे नीचा है. धरती के करीब होने से 10% बड़ा लगेगा. साफ आसमान रहा तो बिना दूरबीन कमाल का नजारा.

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कुछ ऐसा ही दिखेगा कोल्ड सुपरमून. (File Photo: Getty) कुछ ऐसा ही दिखेगा कोल्ड सुपरमून. (File Photo: Getty)

आजतक साइंस डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 03 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:53 PM IST

4 दिसंबर की शाम को साल 2025 का आखिरी पूर्णिमा का चांद (कोल्ड मून) निकलेगा. यह पूरे साल का सबसे ऊंचा चांद होगा. इसे कोल्ड सुपरमून कह रहे हैं क्योंकि यह धरती के बहुत करीब होगा. सामान्य चांद से 10% बड़ा दिखेगा. 

कब और कहां दिखेगा सबसे अच्छा?

  • 4 दिसंबर शाम को सूरज डूबते ही पूर्व दिशा में चांद निकलेगा.
  • भारत में रात 7 बजे के आसपास बड़ा-बड़ा नारंगी चांद दिखेगा.    
  • सबसे सुंदर नजारा 5 दिसंबर की शाम को होगा, जब सूरज डूबने के 1 घंटे बाद चांद निकलेगा.  
  • दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हर जगह साफ मौसम रहा तो बिना दूरबीन के भी कमाल लगेगा.

सुपरमून क्यों कहते हैं?

जब चांद धरती के सबसे करीब (पेरिजी) आता है. उसी दिन पूर्णिमा होती है, तो उसे सुपरमून कहते हैं. इस बार चांद धरती से सिर्फ 3,57,000 किमी दूर होगा, इसलिए 10% बड़ा और 30% ज्यादा चमकदार दिखेगा. 2025 में यह चौथा सुपरमून है, लेकिन नवंबर के बाद दूसरा सबसे बड़ा चांद है.

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साल का सबसे ऊंचा चांद क्यों बनेगा?

यह सबसे बड़ी खासियत है. दिसंबर का पूर्ण चांद पूरे साल किसी भी पूर्णिमा से ज्यादा ऊपर जाता है. वजह बहुत आसान है... 21 दिसंबर को सर्दियों का संक्रांति (Winter Solstice) आएगा. उस दिन सूरज पूरे साल सबसे नीचा रहेगा. चांद हमेशा सूरज के ठीक उल्टी दिशा में होता है. इसलिए जब सूरज सबसे नीचा होता है, तो पूर्ण चांद सबसे ऊंचा चला जाता है. यानी सर्दी की रातों में चांद आसमान के सबसे ऊपरी हिस्से में चमकता है, जैसे सिर के ठीक ऊपर से गुजर रहा हो. इसी वजह से इसे लॉन्ग नाइट मून भी कहते हैं, क्योंकि रातें लंबी होती हैं. चांद ज्यादा देर तक चमकता है.

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दुनिया भर में इसके अलग-अलग नाम

  • अमेरिकी मूलनिवासी इसे कहते हैं: कोल्ड मून, लॉन्ग नाइट मून, फ्रॉस्ट एक्सप्लोडिंग ट्रीज मून. 
  • पुराने अंग्रेजी नाम: मून बिफोर यूल (क्रिसमस से पहले वाला चांद).  
  • हमारे यहां: मार्गशीर्ष पूर्णिमा या दत्तात्रेय जयंती के आसपास का चांद.

अगला सुपरमून कब?

3 जनवरी 2026 को वुल्फ मून आएगा, जो 2025-26 की सुपरमून सीरीज का आखिरी होगा. शाम 6-7 बजे किसी खुली जगह पर चले जाइए. पूर्व दिशा में देखिए, बड़ा नारंगी चांद निकलेगा. दूरबीन या मोबाइल का जूम इस्तेमाल करें तो चांद के गड्ढे साफ दिखेंगे. फोटो खींचना चाहते हैं तो मोबाइल को ट्राइपॉड पर रखें.

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