Pitru paksha 2022: सप्तमी श्राद्ध आज, यह है शुभ मुहूर्त और श्राद्ध कर्म की विधि

Pitru paksha 2022: पितृपक्ष 2022 की शुरुआत 10 सितंबर 2022 से हो चुकी है. आज 16 सितंबर को सप्तमी का श्राद्ध (saptami Shraddha) है. षष्ठी श्राद्ध का शुभ मुहूर्त क्या है? षष्ठी का श्राद्ध की पूजा विधि क्या है? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:49 AM IST

Pitru Paksha 2022: पितृपक्ष 2022 की शुरुआत 10 सितंबर 2022 से हो चुकी है. आज 16 सितंबर को षष्ठी का श्राद्ध है. पितृ पक्ष के 16 दिनों में हर दिन तिथि के मुताबिक श्राद्ध की जाती है. आज पितृ पक्ष का सातवां दिन है तो इस दिन सप्तमी श्राद्ध होता है. सप्तमी श्राद्ध परिवार के उन मृत सदस्यों के लिए किया जाता है जिनकी मृत्यु सप्तमी तिथि को हुई है, जिसमें शुक्ल और कृष्ण पक्ष सप्तमी दोनों शामिल होती हैं. सप्तमी तिथि श्राद्ध पर रवि योग का संयोग बन रहा है. सप्तमी श्राद्ध पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए कैसे अनुष्ठान करें? सप्तमी श्राद्ध का मुहूर्त क्या है और श्राद्ध कर्म की विधि क्या है? इस बारे में जान लीजिए.

सप्तमी श्राद्ध का मुहूर्त (Muhurt of Saptami Shraddha 2022)

पितृ पक्ष श्राद्ध, पर्व श्राद्ध (पार्वण श्राद्ध) होते हैं और इन्हें करने का शुभ समय कुतुप मुहूर्त और रोहिना मुहूर्त होता है.  इन दोनों शुभ मुहूर्त के बाद अपराह्न काल समाप्त होने तक भी मुहूर्त चलता है. सप्तमी श्राद्ध शनिवार, 16 सितंबर 2022 को है तो आज श्राद्ध अनुष्ठान का समय यह रहेगा.

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सप्तमी तिथि शुरू - 16 सितंबर, 2022 को दोपहर 12:19 बजे
सप्तमी तिथि समाप्ति - 17 सितंबर, 2022 को दोपहर 02:14 बजे 
 

सप्तमी पर श्राद्ध का मुहूर्त

कुतुप मुहूर्त (Kutup Muhurat) -
12:09 PM to 12:58 PM, अवधि: 49 मिनट
रोहिना मुहूर्त (Rohina Muhurat) - 12:58 PM to 01:47 PM, अवधि: 49 मिनट
अपराह्न मुहूर्त (Aparahna Muhurat) - 01:47 PM to 04:13 PM, अवधि: 02 घंटे 27 मिनट

सप्तमी श्राद्ध विधि

सप्तमी तिथि पर जिन पितरों का श्राद्ध है उनके श्राद्ध कर्म (पिंड दान, तर्पण) करवाने के लिए किसी नदी किनारे कर्म कराना चाहिए. अगर आप गंगा नदी के आसपास रहते हैं तो गंगा किनारे कर्म करवाना और भी श्रेष्ठ रहेगा. आज के दिन ब्राह्मणों को घर पर भोजन कराएं और उसके बाद उन्हें दक्षिणा देकर आशीर्वाद लें.

दोपहर के समय पूदा करने के बाद जल से तर्पण करें और उसके बाद भोग के 4 हिस्से करें.  एक हिस्सा गाय, दूसरा कुत्ते को, तीसरा कौए को और चौथ अग्नि देव को चढ़ाएं. इसके बाद पितरों का आशीर्वाद लें.

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पितृ पक्ष में श्राद्ध की आने वाली तिथियां (Dates of Shradh in Pitru Paksha)

अष्टमी श्राद्ध: 18 सितंबर 2022
नवमी श्राद्ध : 19 सितंबर 2022  
दशमी श्राद्ध : 20  सितंबर  2022
एकादशी श्राद्ध : 21 सितंबर 2022
द्वादशी श्राद्ध: 22 सितंबर 2022
त्रयोदशी श्राद्ध : 23 सितंबर 2022
चतुर्दशी श्राद्ध: 24 सितंबर 2022
अमावस्या श्राद्ध: 25 सितंबरर 2022 


 

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