राम मंदिर का निर्माण कार्य संपूर्ण होने के बाद मंदिर के मुख्य शिखर पर सूर्यवंश की पताका यानि धर्मध्वजा फहराने की. लगभग 500 साल बाद लाखों लोगों की ये आस पूरी हुई. और प्रधानमंत्री मोदी इस 'अविस्मरणीय' क्षण के गवाह बने. आज आपको प्रधानमंत्री मोदी का वो संबोधन भी सुनवाएंगे, जिसमें उन्होंने अंग्रेज अफसर मैकाले का भी ज़िक्र किया और ये कहा कि मैकाले ने भारत को मानसिक रूप से गुलाम बनाया और लोगों के दिमाग में ये बिठाया कि पश्चिमी संस्कृति और पश्चिमी देशों की पढ़ाई भारत की पारंपरिक शिक्षा नीति से बहुत आगे है.