जब 2 नवंबर को अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर से तमाम कारसेवक राम जन्म भूमि तक पैदल यात्रा निकाल रहे थे, तब मुलायम सिंह यादव की सरकार ने कारसेवकों पर गोली चलाने के निर्देश दिये. पुलिस की इस कार्रवाई में 15 से ज्यादा कारसेवकों की जान चली गई थी. मारे गए कारसेवकों में कोलकाता के कोठारी बंधु नाम से मशहूर शरद और राम भी शामिल थे.