शशि थरूर ने कांग्रेस को एक बार फिर जोरदार झटका दिया. और उस पर बगैर नाम लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी तो और भी बेचैन कर गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल के विझिनजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन करने तिरुवनंतपुरम पहुंचे थे. शशि थरूर तिरुवनंतपुरम से ही सांसद हैं.
तिरुवनंतपुरम का सांसद होने के चलते शशि थरूर की कार्यक्रम में शिरकत तो शिष्टाचार का हिस्सा है, लेकिन कांग्रेस नेता का चार कदम आगे बढ़कर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करना और मंच पर हाथ मिलाना, कांग्रेस के लिए खटकने वाला ही है.
शशि थरूर की बीजेपी से नजदीकियां काफी दिनों से महसूस की जा रही हैं. कभी उनकी बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीर सामने आ जाती है, कभी वो केंद्र की बीजेपी सरकार की नीतियों की तारीफ कर बैठते हैं - और कई बार उनकी मौजूदगी गांधी परिवार को नागवार गुजरती है.
एक बार संसद में प्रधानमंत्री मोदी विदेश नीति पर कांग्रेस के हमले के जवाब में एक किताब का जिक्र कर रहे थे, और उसी दौरान बोले कि नसीहतें शशि थरूर के लिए नहीं हैं. असल में, मोदी तो बिना नाम लिये लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बारे में ही बोल रहे थे.
और अब जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने एक साथ INDIA ब्लॉक और कांग्रेस नेतृत्व को निशाने पर लेते हुए टिप्पणी की है - बुरा तो बहुत लगा होगा.
मोदी के प्रति थरूर ने गर्मजोशी क्यों दिखाई
शशि थरूर ने सोशल साइट X पर लिखा था, दिल्ली एयरपोर्ट पर देर होने के बावजूद, मैं समय पर तिरुवनंतपुरम पहुंच गया… और अपने संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया.
प्रधानमंत्री मोदी के साथ की तस्वीरें शेयर करते हुए कांग्रेस सांसद ने लिखा, मैं विझिनजम पोर्ट के उद्घाटन का इंतजार कर रहा हूं… मुझे इस प्रोजेक्ट के शुरुआती दौर से ही जुड़ने पर गर्व है.
कांग्रेस के भीतर आग लगाने के लिए तो शशि थरूर का इतना करना ही काफी था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से टिप्पणी करके आग को और हवा दे डाली है.
केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन और शशि थरूर की तरफ खास इशारा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारे मुख्यमंत्री जी से भी मैं कहना चाहूंगा… आप तो इंडी अलाएंस के बहुत बड़े मजबूत पिलर हैं… यहां शशि थरूर भी बैठे हैं… और आज का ये इवेंट कई लोगों की नींद हराम कर देगा.
मोदी ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा राहुल गांधी की ही तरफ था. शशि थरूर 2009 से ही तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के सांसद हैं, और 2024 के लोकसभा चुनाव में शशि थरूर ने बीजेपी के राजीव चंद्रशेखर को हराया था - बाद में बीजेपी ने राजीव चंद्रशेखर को केरल बीजेपी की कमान सौंप दी.
मोदी के प्रति थरूर ने गर्मजोशी क्यों दिखाई
बीजेपी के दो नेताओं के साथ शशि थरूर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आ चुकी हैं. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ वाली तस्वीर तो शशि थरूर ने खुद शेयर की थी, लेकिन दूसरी तस्वीर बीजेपी नेता बैजयंत जे पांडा ने की थी. शशि थरूर के साथ की तस्वीर शेयर करते हुए जय बैजयंत पांडा ने लिखा था, मेरे दोस्त और सहयात्री ने मुझे इसलिए शरारती कहा… क्योंकि मैंने बोला था… हम आखिरकार एक ही दिशा में सफर कर रहे हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर दिल्ली के एक कार्यक्रम में भारत की कूटनीति पर टिप्पणी करते हुए शशि थरूर ने कहा था, मुझे ये स्वीकार करना होगा कि 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख की आलोचना करने पर मुझे शर्मिंदगी उठानी पड़ी… मोदी ने दो हफ्तों के अंतराल में यूक्रेन के राष्ट्रपति और रूस के राष्ट्रपति दोनो को गले लगाया… और दोनों जगह उन्हें स्वीकार किया गया.
और, हाल ही में शशि थरूर को कांग्रेस नेता उदित राज के तीखे बोल सुनने पड़े क्योंकि पहलगाम हमले में खुफिया जानकारी और सुरक्षा में चूक के सवाल पर बयान दे डाला था.
असल में, पहलगाम हमले के बाद इंटेलिजेंस की चूक के कारण केंद्र सरकार की आलोचना होने पर शशि थरूर का कहना था कि किसी देश के पास 100 फीसदी फुलप्रूफ इंटेलिजेंस सिस्टम नहीं है. शशि थरूर ने इस सिलसिले में इजरायल का उदाहरण दिया, और 2023 में हमास के हमले की याद दिलाई. शशि थरूर ने ये भी कहा कि जब आतंकी हमलों को नाकाम कर दिया जाता है, तो चर्चा भी नहीं होती.
शशि थरूर का ताजा एक्ट, फरवरी, 2025 में उनके बयान को ही आगे बढ़ा रहा है, जो कांग्रेस की नींद हराम होने की वजह हो सकती है. तब शशि थरूर ने कहा, मैं कांग्रेस में हूं, लेकिन अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद है.
2014 के आम चुनाव के दौरान मोदी और थरूर में चुनावी रैलियों के जरिये बड़ी तीखी बहस हुई थी. तब मोदी का बयान, ‘50 करोड़ की गर्लफ्रेंड देखी है…’ काफी चर्चित हुआ था, और तब शशि थरूर ने भी बड़े ही सख्त लहजे में जवाब दिया था.
बीच बीच में दोनो एक दूसरे की तारीफ भी करते रहे हैं. मसलन, ऑक्सफोर्ड के उस भाषण की मोदी ने तारीफ की थी, जिसमें शशि थरूर ने अंग्रेजों से हर्जाना मांग लिया था - लेकिन अब काफी कुछ बदल चुका है.
बीजेपी को भी केरल में जरूरत है - और राजीव चंद्रशेखर को हराकर शशि थरूर का हैट्रिक लगाना इसमें फायदेमंद साबित हो रहा है.
मृगांक शेखर