'दादी को पुष्पांजलि अर्पित करते वक्त जूते नहीं उतारे, मुझे यह थोड़ा जंचा नहीं,' CM मोहन यादव ने राहुल गांधी पर कसा तंज

BJP ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी की तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि अर्पित की. पार्टी ने इसे संस्कृति और परंपराओं के प्रति असंवेदनशीलता करार दिया.

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जूते पहनकर राहुल गांधी ने की पुष्पांजलि अर्पित. जूते पहनकर राहुल गांधी ने की पुष्पांजलि अर्पित.

अमृतांशी जोशी

  • भोपाल ,
  • 03 जून 2025,
  • अपडेटेड 2:35 PM IST

Bhopal CM Mohan Yadav reaction on Rahul Gandhi Visit: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राहुल गांधी के दौरे के दौरान एक नया विवाद खड़ा हो गया. कांग्रेस के 'संगठन सृजन अभियान' की शुरुआत के लिए भोपाल पहुंचे राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की, लेकिन इस दौरान उन्होंने जूते नहीं उतारे. इस बात को लेकर बीजेपी और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

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CM मोहन यादव ने कहा, "लोकतंत्र में सभी को आने का अधिकार है और यह अच्छी बात है कि राहुल गांधी हमारे राज्य में आए हैं. लेकिन दादी जी (इंदिरा गांधी) की पुष्पांजलि करते समय उन्होंने जूते नहीं उतारे, जो हमारे संस्कारों के विरुद्ध है. उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए. हमारी संस्कृति में ऐसी संवेदनशीलता का भाव होता है." 

BJP सरकार के मुखिया यादव ने आगे कहा, "कोई बात नहीं, सभी लोग लोकतांत्रिक पद्धति के तहत आते हैं और अपना काम करते हैं. लेकिन बीजेपी दशकों से जनता के लिए काम कर रही है और हमारी सरकार निरंतर जनहित के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसे में किसी अन्य दल की यहां दाल नहीं गलने वाली."

बीजेपी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी की तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसे तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है. पार्टी ने इसे संस्कृति और परंपराओं के प्रति असंवेदनशीलता करार दिया. इस घटना ने राहुल गांधी के दौरे को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा दिया है और बीजेपी इसे कांग्रेस के खिलाफ मुद्दा बनाने की कोशिश में जुट गई है.

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कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक बोले- जनता इससे ऊब चुकी

जूते पहनकर श्रद्धांजलि देने के मामले में कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा, ''हम लोग बहुत अधिक कर्मकांडों में विश्वास करने वाले नहीं हैं. संस्कारों के नाम पर जनता की आंखों में धूल झोंकना, धर्मांधता को बढ़ावा देना, और नकली लोगों को नकली कपड़े पहनाकर जनता के बीच खड़ा करना, इसका समय भारत में अब समाप्त हो चुका है. जनता इससे तंग आ चुकी है. अब केवल एक ही बात महत्वपूर्ण है कि भारत की विविधता को स्वीकार करना, समता-आधारित समाज का निर्माण करना, और समावेशी दृष्टिकोण अपनाकर सबके विकास के बारे में सोचना. यही कांग्रेस की विचारधारा है.''

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